Painkiller side effects : पेन किलर का जरूरत आपको कब पड़ सकती है
सिर दर्द , बदन दर्द, थकान , बुखार , दर्द से राहत पाने के लिए अक्सर लोग पेन किलर का सहायता लेते हैं परंतु यह आपको नुकसान देता है। और आपके लिए कई प्रकार की बीमारी ले कर आता है। पेन किलर आपको तुरंत तो राहत दे देता है परंतु अस्थाई रूप से आप के लिए समस्या पैदा करता है।Painkiller side effects : पेन किलर का लिवर पर प्रभाव
फौरन आराम के लिए लोग एस्प्रिन (साल्ट)- डिस्प्रिन, कॉम्बीफ्लेम, ब्रूफेन, डाइक्लोरान दवाएं लेते हैं। डिस्प्र्रिन खून को पतला करके इसे धमनियों में इकट्ठा नहीं होने देती जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। जबकि कॉम्बीफ्लेम, ब्रूफेन और डाइक्लोरान बुखार, सिरदर्द व बदनदर्द में ली जाती हैं।
बिना डॉक्टर के पेन किलर खाना आपके सेहत के लिए अच्छा नहीं है आपको चाहिए की पेन किलर खाने से पहले डाक्टर की सलाह अवश्य लें। अधिक पेन किलर खाने से आपको व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, याददाश्त कमजोर होना, उदासी या भ्रम के लक्षण आने लगते हैं।
Painkiller side effects : कैसे जानें की पेन किलर से हुआ है बुरा असर
अगर आपके शरीर पर पेन किलर खाने का कोई असर न हो तो आपको इस बात का अंदाजा लगा लेना चाहिए की यह पैन किलर को खाने का ही दुष्प्रभाव है।
पेनकिलर खाने से हुए बुरे असर को जानने के लिए ध्यान दें इन संकेतों पर:
1. पेट और पाचन से जुड़ी समस्याएं
- लगातार पेट दर्द, गैस, एसिडिटी, या मितली।
- उल्टी में खून आना या काले रंग का मल।
2. लिवर और किडनी पर असर
- पेशाब में कमी या रंग गहरा होना।
- आंखों या त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया)।
- थकान या कमजोरी महसूस होना।
3. दिल और रक्तचाप से जुड़ी समस्याएं
- धड़कनों का तेज या अनियमित होना।
- सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत।
4. एलर्जी और त्वचा से जुड़े लक्षण
- त्वचा पर रैशेज, खुजली, सूजन।
- अचानक सांस फूलना या गले में सूजन।
5. लंबे समय तक असर
- भूख कम लगना।
- वजन में अचानक कमी।
- बार-बार सिरदर्द या चक्कर आना।
अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पेनकिलर का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें और इसे लंबे समय तक लगातार लेने से बचें।