एक्सपर्ट बताते हैं कि केला सामान्य व्यक्ति के लिए एक बहुत फायदेमंद फल है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। केला काफी लाभदायक होता है। लेकिन थायराइड के मरीजों के लिए केला नुकसानदायक हो सकता है। थायराइड रोगियों को केला खाने से नुकसान हो सकता है। दरअसल थायराइड में थायराइड हॉर्मोन को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी होता है जबकि केला थायराइड हॉर्मोन को अनियंत्रित कर सकता है। ऐसे में अगर आप थायराइड के मरीज हैं तो केले को अपनी डाइट में बिल्कुल भी शामिल न करें।
डॉक्टर बताते हैं कि थायराइड में केला खाने से हॉर्मोन अनियंत्रित हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार केले की तासीर मीठी और ठंडी होती है। इसके अलावा केला देर में पचने वाला फल भी है इसलिए थायराइड रोगियों का इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
एक्सपर्ट बतातें हैं कि थायराइड रोगियों का मेटाबॉलिज्म कमजोर होता है। इस दौरान उनका वजन लगातार बढ़ रहा होता है ऐसे में केला का सेवन करना नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल केला वजन बढ़ाने वाला फल है अगर ऐसे में थायराइड मरीज इसका सेवन करेंगे तो उनका वजन अधिक बढ़ने लगेगा।
आयुर्वेद के अनुसार थायराइड एक कफ डिसऑर्डर है। जब शरीर में कफ दोष बढ़ता है, तो थायराइड की समस्या होती है। केला शरीर में कफ दोष को बढ़ाता है। ऐसे में अगर थायराइड रोगी केला का सेवन करेंगे तो उनके शरीर में कफ दोष बढ़ने लगेगा।
थायराइड ग्रंथि मनुष्य द्वारा खाए गए भोजन को ऊर्जा में बदलने का कार्य करती है। लेकिन जब किसी व्यक्ति को थायराइड की समस्या होती है तो वे अधिक ऊर्जा का इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इस स्थिति में केला का सेवन करना सही नहीं होता है।
एक्सपर्ट बतातें हैं कि थायराइड के मरीज केला नहीं खा सकते हैं। लेकिन इसके अलावा कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिनका सेवन वे आसानी से कर सकते हैं। नारियल, मखाना, सिंघाड़ा धनियाअजवाइन और तुलसी थायराइड रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इन फूड्स के सेवन से थायराइड फंक्शन हेल्दी रहता है। इन खाद्य पदार्थों का सेवन करके थायराइड हॉर्मोन को संतुलन में रखकर कई समस्याओं को कम किया जा सकता है।