नए उपप्रकार से बढ़ी चिंता New Mpox Variant
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इस प्रकोप का सबसे बड़ा कारण “नए उपप्रकार 1b” का उदय है। इस नए उपप्रकार को अधिक संक्रामक और संभावित रूप से अधिक गंभीर स्वास्थ्य परिणामों का कारण बताया गया है।स्वास्थ्य संगठनों की चुनौती
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स (Mpox) को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC) घोषित किया है। इसके अलावा, अफ्रीका CDC के निदेशक-जनरल जीन कसेया ने इसे महाद्वीपीय सुरक्षा का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHECS) घोषित किया है। लैंसेट रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारियों को वायरस को नियंत्रित करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें सीमित वैक्सीन की आपूर्ति, अपर्याप्त परीक्षण, और कई सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों के बीच प्रतिक्रिया को संतुलित करने की आवश्यकता शामिल है।
Mpox संक्रमण के नए आँकड़े और जोखिम
अफ्रीका CDC द्वारा जारी एक महामारी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष की शुरुआत से अब तक 12 अफ्रीकी देशों में 18,737 मंकीपॉक्स के मामले (3,101 पुष्टि और 15,636 संदिग्ध) दर्ज किए गए हैं, जिससे 541 मौतें हुई हैं। इसके विपरीत, 2023 में अफ्रीका में 14,838 मंकीपॉक्स (Mpox) के मामले (1,665 पुष्टि और 13,173 संदिग्ध) दर्ज किए गए थे, जिसमें 738 मौतें हुई थीं। इस साल, वायरस का प्रसार पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के बीच देखा जा रहा है, जो इस बीमारी के पहले के प्रकोपों से अलग है।
बच्चों में बढ़ती गंभीरता
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में, जहां सभी 26 प्रांतों में मंकीपॉक्स (Mpox) के मामले दर्ज किए गए हैं, 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में 66 प्रतिशत मामले और 82 प्रतिशत से अधिक मौतें हुई हैं। अफ्रीका CDC के आपातकालीन तैयारी और प्रतिक्रिया प्रभाग के कार्यवाहक प्रमुख मेरावी अरगाव टेगेने ने कहा कि “हमारे क्षेत्र में मंकीपॉक्स स्थानिक है, और स्थानिक बीमारियों के साथ, संपर्क अनिवार्य है”।
WHO की IHR समिति के अध्यक्ष डिमी ओगोइना ने विशेष रूप से कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महत्वपूर्ण परीक्षण चुनौती को उजागर किया, जहां 30 प्रतिशत से भी कम मामलों की जांच हो सकती है।
परीक्षण और निगरानी की कमी
WHO की IHR समिति के अध्यक्ष डिमी ओगोइना ने विशेष रूप से कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महत्वपूर्ण परीक्षण चुनौती को उजागर किया, जहां 30 प्रतिशत से भी कम मामलों की जांच हो सकती है।भारत में स्थिति और तैयारी
भारत में अभी तक मंकीपॉक्स (Mpox) का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है, और सरकार स्थिति पर लगातार निगरानी रख रही है।मंकीपॉक्स के लक्षण और फैलाव Symptoms and Spread of Monkeypox
मंकीपॉक्स (Mpox) एक वायरल बीमारी है जो बुखार, सिरदर्द, और मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ त्वचा पर दर्दनाक फोड़े उत्पन्न करती है। मंकीपॉक्स का यह नया प्रकोप वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय के लिए एक गंभीर चुनौती है, और इसके नियंत्रण के लिए त्वरित और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता है।