IBD और आंतों के कैंसर का गहरा संबंध
ब्रिटेन में लगभग 5 लाख लोग IBD से प्रभावित हैं, लेकिन उनमें से सभी को आंतों का कैंसर नहीं होता। Cancer Research UK के अनुसार, आंतों का कैंसर ब्रिटेन में चौथा सबसे आम कैंसर है।– पूरी आंत को हटाने की सर्जरी कराना
कैसे काम करता है यह नया टेस्ट? | Bowel cancer early detection
Bowel cancer test : कैसे तैयार हुआ टेस्ट?
– वैज्ञानिकों ने इन डीएनए पैटर्न का विश्लेषण कर एक एल्गोरिदम विकसित किया।– यह एल्गोरिदम भविष्य में कैंसर होने की संभावना का अनुमान लगाता है।
– प्रोफेसर ग्राहम के अनुसार, यह टेस्ट मरीजों और डॉक्टरों को सही उपचार और रोकथाम के लिए बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा।
क्रेग फोस्टर की कहानी: दर्दनाक अनुभव, लेकिन नई उम्मीद
क्रेग फोस्टर ने अपनी पत्नी फरीबा को फरवरी 2024 में आंतों के कैंसर के कारण खो दिया। 18 साल की उम्र में ही फरीबा को अल्सरेटिव कोलाइटिस हो गया था और उन्हें बड़ी सर्जरी करानी पड़ी थी। लेकिन, फिर भी उन्हें कैंसर हो गया और महज छह महीने में उनकी मृत्यु हो गई।क्या कोलोनोस्कोपी की जरूरत अब खत्म हो जाएगी?
स्टडी की सह-लेखिका प्रोफेसर ऐल्सा हार्ट बताती हैं कि IBD मरीजों को लगातार कोलोनोस्कोपी करानी पड़ती है, जो न सिर्फ तकलीफदेह बल्कि महंगी और कभी-कभी अप्रभावी भी होती है।नए टेस्ट से: Bowel cancer early detection
– कैंसर के सही जोखिम का पता चलेगा।– अनावश्यक टेस्ट और सर्जरी से बचा जा सकेगा।
– जरूरतमंद मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा।
कैंसर की पहचान और इलाज में एक नया युग
Cancer Research UK के रिसर्च और इनोवेशन के कार्यकारी निदेशक डॉ. इयान फोल्क्स कहते हैं कि जल्दी पहचान होने से कैंसर का इलाज अधिक प्रभावी होता है।Bowel cancer test : इस टेस्ट की मदद से:
– हाई-रिस्क मरीजों पर ज्यादा ध्यान दिया जा सकेगा।– स्वास्थ्य प्रणाली अधिक प्रभावी और कम खर्चीली हो सकेगी।
– जिन लोगों को कैंसर का खतरा कम है, वे मानसिक शांति महसूस कर सकेंगे।
एक क्रांतिकारी खोज जो जिंदगियां बचाएगी
आंतों के कैंसर का यह नया टेस्ट मेडिकल साइंस में एक क्रांतिकारी कदम है। यह कैंसर से पीड़ित मरीजों को समय पर सही इलाज देने और उनकी जान बचाने में मदद कर सकता है