इनके होने पर आंखों में बहुत ही ज्यादा ऐंठन की समस्या बनी रहती है, इसमें ऐंठन इतनी ज्यादा तेज होती है कि इंसान कि आँख बंद तक नहीं होती है, लगाकर फड़कती रहती है, इनके होने पर व्यक्ति चाह कर भी आँखें फड़कने कि समस्या को कंट्रोल नहीं कर सकता है। यदि शुरुआत के ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।
मायोकेमिया की बात करें तो ये मांसपेशियों की सामान्य सिकुड़न के कारण होता है, इसके होने पर सबसे ज्यादा आँख की नीचे वाली पलक के ऊपर सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ता है, इसे लाइफस्टाइल में बदलाव को ठीक करके सही किया जा सकता है।
यदि आप जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस में रहते हैं तो भी आपकी आँखें फड़क सकती हैं, यदि आपकी आँखें लगातार फड़कती हैं तो आपको टेंशन फ्री लाइफस्टाइल व्यतीत करने कि बेहद आवश्य्कता होती है।
यह भी पढ़ें: एक्सरसाइज के बाद सिर्फ इतना पानी पीना ही होता है सही, जानें
यदि आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो ये आँख फड़कने का एक सबसे बड़ा कारण हो सकता है, सेहतमंद इंसान के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद की पूर्ती की आवश्य्कता होती है, इसलिए कम से कम सात से आठ घंटे व्यक्ति को जरूर सोना चाहिए।
यह भी पढ़ें: जानिए किशोरों में हाइपरटेंशन के कौन-कौन से कारण हो सकते हैं और आयुर्वेद के अनुसार क्या है इससे बचाव के उपाय