पसीने की दुर्गन्ध : शरीर के नमी वाले हिस्सों में बैक्टीरिया पनपने के कारण दुर्गन्ध होती है। नीम के पानी से धोने से आराम मिलता है।
रूसी : जिन लोगों के बालों में रूसी की समस्या है उन्हें नीम के पानी से सप्ताह में 1-2 दिन बाल धोने से समस्या में राहत मिल सकती है।
ऐसे करें तैयार
नीम पत्तियों को पानी से साफ कर लें। एक बड़े बर्तन में पानी उबालें, जब उबलने लगे तो इसमें नीम की पत्तियां डालकर पांच मिनट तक उबालें। जब पानी हल्का पीले रंग को हो जाए तो इसे नहाने के पानी में मिला लें। नीम के पत्तों और बेर के पत्तों को पानी में उबालकर ठंडा कर बालों को धो लें। बालों का झडऩा भी कम होता है।
जलने पर पत्तियों को पीसकर लगाएं
यदि किसी कारण से अपना हाथ जला बैठे हैं तो उस जगह पर नीम की पत्तियों को पीसकर लगा लें। इसमें एंटीसेप्टिक गुण घाव को ज्यादा बढऩे नहीं देता है।
फोड़े-फुंसी में फायदेमंद
खून साफ न होने से फोड़े-फुंसी हो जाते हैं। नीम की पत्ती को पीसकर प्रभावित जगह पर लगाने से फायदा होगा। इसके पानी से चेहरा साफ करने पर मुंहासे नहीं होते हैं।
दूर होता कान दर्द
कान में दर्द रहता है तो नीम का तेल इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद रहता है। जिसे कान बहने की बीमारी है, वह नीम का तेल एक कारगर उपाय है।
पायरिया में कारगर
नीम की दातुन, ब्रश की तुलना कई गुना बेहतर है। दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखती है। नीम की दातुन पायरिया की रोकथाम में भी कारगर है।
त्वचा से तेल कम करे
नीम आपके चेहरे से अधिक तेल को कम कर कील एवं मुहासों से बचाव करता है। एक चम्मच नीम पाउडर और एक चम्मच चंदन पाउडर में 4-5 बूंद गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बनाएं। पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 20 बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।