यह भी पढ़ें – रक्तदान से पहले रखें इन बातों का ध्यान। इस कारण पड़ती है प्राथमिक चिकित्सा की जरूरत- किसी व्यक्ति का दम घुटना, पानी में डूबना, सांस नली में किसी प्रकार की दिक्कत आना, ह्रदय गति अचानक रुकना, हार्टअटैक, शरीर से भयंकर खून बहना, शरीर में किसी प्रकार का जहर फैलना, जल जाना, हीट स्ट्रोक, दुर्घटना, हड्डी टूटना, किसी जानवर का काटना या अन्य कोई कारण हो सकता है। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति की जान मुश्किल में रहती है। उसे अस्पताल पहुंचाने से पहले जो उपचार किया जाता है। उसे फर्स्ट एड कहते हैं। इस दौरान कई बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ताकि व्यक्ति की जान बचाई जा सके।
यह भी पढ़ें – बाल रोजाना कम होने के यह हो सकते हैं कारण। इन बातों का रखें विशेष ध्यान- -अगर किसी दुर्घटना की जानकारी मिली है। तो तुरंत मौके पर पहुंचे।
-अगर आपके सामने कोई हादसा या कोई घटना हुई है। तो तुरंत पूछताछ करे बिगर उनकी जान बचाने का प्रयास शुरू करें। -किसी चीज से चोट लगी है या कोई चीज ऊपर गिर गई है। तो व्यक्ति को उस जगह से निकाले।
– अगर व्यक्ति जिंदा है। तो उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाने की व्यवस्था करें और हो सके तो प्राथमिक उपचार भी कर दें। -व्यक्ति के शरीर से खून बह रहा है। तो कपड़े की सहायता से पट्टी बनाकर उसको रोकने का प्रयास करें। सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो उसे सांस लेने में मदद करें और जल्दी से जल्दी चिकित्सा सहायता की व्यवस्था करें।
-अगर व्यक्ति सदमे में है तो उसे आश्वासन दें उसे समझाएं। – पीड़ित की हड्डी टूट गई है। तो उसे सीधा करने की कोशिश करें और दर्द को कम करें। जितना जल्दी हो सके व्यक्ति को समीप के चिकित्सालय पहुंचाएं।
यह भी पढ़ें – याददाश्त बढ़ाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय। फर्स्ट एड बॉक्स में यह चीज होना जरूरी- प्राथमिक उपचार के लिए तैयार बॉक्स में स्प्रिट, अल्कोहल, बैंडेज, रुई, पट्टी, आयोडीन लोशन, h2o2, हाइड्रोजन पराक्साइड, मास्क आदि चीजें होना चाहिए। ताकि अगर किसी को चोट लगी है।तो आप तुरंत उसे मलमपट्टी कर सकें । इसी के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट में कुछ जरूरी दवाइयां और दर्द निवारक दवाइयां होनी चाहिए।