1. मधुमेह के लिए
डायबिटीज के रोगियों के लिए गूलर का फल फायदेमंद साबित हो सकता है। डायबिटीज की बीमारी से निपटने के लिए आप गूलर के फलों के छिलकों को सुखा कर और उन्हें बारीक पीस कर पाउडर बना लें। अब इस पाउडर में समान मात्रा में मिश्री मिला कर गाय के दूध के साथ सेवन करें। ध्यान रखें कि आपको इस पाउडर की सुबह-शाम दो बार केवल 6-6 ग्राम मात्रा ही लेनी है।
2. दस्त होने पर
दस्त होने पर व्यक्ति काफी असहज महसूस करता है और बार-बार बाथरूम की तरफ भागना पड़ता है। इसलिए लूज़ मोशन यानी दस्त की समस्या होने पर गूलर के दूध की चार-पांच बूंदों को बताशे में डाल कर दिन में 3 बार सेवन करें। इससे आपको जल्द ही आराम मिलेगा।
3. पेट दर्द के लिए
पेट दर्द में भी गूलर के फल के फायदे देखे जा सकते हैं। पेट दर्द होने पर गूलर का फल खाने से पेट दर्द के साथ गैस की दिक्कत में भी काफी आराम मिलता है।
4. ल्यूकोरिया में
महिलाओं में ल्यूकोरिया बीमारी को ठीक करने के लिए भी गूलर के रस का सेवन किया जा सकता है। इस उपाय को करने के लिए आप 5 ग्राम गूलर के रस में मिश्री मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
5. नकसीर के लिए
नाक से खून आने की समस्या यानी नकसीर फूटने पर भी गूलर की छाल आराम पहुंचाती है। नकसीर फूटने पर 20-30 ग्राम गूलर की छाल को पानी के साथ पीसकर तालु पर लगाएं। इस उपाय को करने से नाक से खून आना रुक जाएगा।
6. घाव ठीक करने में
अपने शरीर पर घाव को जल्दी से ठीक करने के लिए गूलर के दूध का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए गूलर के दूध को रुई के फाहे में लेकर घाव पर लगाने से समस्या जल्दी ठीक हो सकती है।