सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय मानसिक आरोग्य व स्नायु विज्ञान संस्थान (निम्हांस) ने मंगलवार को अपने सभागार में मानसिक स्वास्थ्य संते (मानसिक स्वास्थ्य मेला) के तीसरे संस्करण का आयोजन किया। मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या रोकथाम Mental Health and Suicide Prevention के क्षेत्र में काम कर रहे विभिन्न हितधारकों ने मेले में हिस्सा लिया।
रंगा शंकर की मैनेजिंग ट्रस्टी और कलात्मक सलाहकार अरुंधति नाग ने मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने खुद के प्रति दयालु होने और एक ऐसा शौक रखने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो जरूरत के समय में काम आए।
निम्हांस National Institute of Mental Health and Neurosciences की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य वास्तव में स्वास्थ्य के सबसे उपेक्षित क्षेत्रों में से एक है। मानसिक स्वास्थ्य साक्षरता की कमी और सामाजिक कलंक मानसिक विकारों के लिए उचित उपचार तक पहुंचने में प्रमुख बाधाएं हैं। मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक चिंता का विषय है। इससे निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
NIMHANS में मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की प्रमुख डॉ. के.एस. मीना ने सार्वजनिक चर्चा में मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना जारी रखने के महत्व पर प्रकाश डाला।मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या की रोकथाम पर कलंक को तोडऩे के प्रयासों के तहत विभिन्न संस्थानों और संगठनों के प्रतिभागियों ने कई नाटक प्रस्तुत किए। नाटकों में मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देना, मिर्गी, आत्महत्या की रोकथाम और सिजोफ्रेनिया जैसे विषयों को शामिल किया गया।