आपको बता दें कि मेडिटेरेनियन डाइट के अंतर्गत भूमध्य सागर के आसपास के देशों में प्रचलित खानपान को शामिल किया जाता है।इस डाइट में सूखे मेवे और बीज, सब्जियां, फल, सीफूड तथा साबुत अनाज को शामिल किया जाता है। मुख्य रूप से मेडिटेरेनियन डाइट में ताजे खाद्य पदार्थों को खाने पर ही जोर दिया जाता है। साथ ही दुग्ध उत्पादों, रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट और मीठे का सेवन कम किया जाता है। तो आइए जानते हैं पोषक तत्वों से भरपूर इस डाइट को अपनाने के फायदे…
ताजे, मौसमी तथा स्थानीय खाद्य पदार्थों से युक्त इस डाइट को अपनाने से शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी की पूर्ति होने के साथ ही यह वजन घटाने में भी काफी सहायक होती है। ठीक तरह से इस डाइट को अपनाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर किया जा सकता है। मेडिटेरेनियन डाइट कैंसर तथा टाइप-टू डायबिटीज जैसे रोग के खतरे को भी कम करने में कारगर साबित हो सकती है। इसके अलावा, इस डाइट में हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की क्षमता भी होती है।
क्योंकि मेडिटेरेनियन डाइट के अंतर्गत केवल प्राकृतिक, ताजा और अनप्रोसैस्ड फूड खाने पर जोर दिया जाता है, इसलिए इससे ना केवल हृदय रोगों बल्कि स्ट्रोक के खतरे को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है। जैतून का तेल, सीफूड, सूखे मेवे, बीज, ताजे फल और सब्जियां आदि से भरपूर इस डाइट को अपनाना आसान है।
साथ ही इन्हीं खाद्य पदार्थों के कारण मेडिटेरेनियन डाइट को दैनिक जीवन में शामिल करना और लंबे समय तक फॉलो करना भी आसान हो जाता है। मेडिटेरेनियन डाइट में मौजूद एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण यह आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है। क्योंकि इससे आंतों को स्वस्थ रखने वाले बैक्टीरिया पनपते हैं।