क्रिएटनीन लेवल पर नींबू का असर क्रिएटिनिन एक खराब केमिकल उत्पाद होता है जो शरीर में इकट्ठा होता जाता है और कई परेशानियों का कारण बनता है। अगर आपके शरीर में क्रिएटिनिन का लेवल बहुत अधिक है तो नींबू के सेवन से वह कम नहीं होगा। लेकिन यह एसिड आपके शरीर में और अधिक भी नहीं बढ़ेगा। आपकी किडनी क्रिएटिनिन को बाहर निकालती हैं और अगर आपकी किडनी में किसी प्रकार का रोग होता है तो यह प्रक्रिया बाधित हो जाती है। इस इस तरह हम ये कह सकते हैं कि नींबू का सेवन करने से क्रिएटिनिन पर एक सा प्रभाव रहता है लेकिन वह ना तो बढ़ता है और न ही कम होता है। ये भी पढ़ें ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए सुबह उठते ही करें ये 5 काम स्वास्थ भी रहेगा अच्छा
क्या नींबू किडनी की बीमारी के लिए हानिकारक भी हो सकता है सामान्य रूप से अगर किडनी का मरीज नींबू का सेवन करता है तो वह उसके लिए न तो अधिक खराब होता है और न ही लाभदायक होता है। लेकिन अगर आप नींबू का सेवन अधिक मात्रा में कर लेते हैं तो इससे आपको कुछ अन्य स्वास्थ्य परेशानियां जैसे जी घबराना, डायरिया उल्टियां आना आदि का जरूर सामना करना पड़ सकता है। अगर आप नींबू का पानी किडनी की बीमारी में बार बार पीते हैं तो इससे आपके शरीर में अधिक पेशाब उत्पन्न होगा। जिससे वेस्ट पदार्थ बाहर निकलने में मदद मिल सकती है । नींबू का सेवन करने से आप की सेहत को बहुत फायदा हो सकता है जिसमें से किडनी की बीमारी में लाभ मिलना भी एक है। नींबू पानी से आपके शरीर में हाइड्रेशन भी पर्याप्त होगा
आप को नींबू का पानी कब पीना चाहिए
वैसे तो इसका सेवन आप किसी भी समय कर सकते हैं। लेकिन नींबू का सेवन करने के बाद आपके शरीर में एक एल्कलाइन प्रकृति उत्पन्न हो जाती है जो किसी भी सॉफ्ट खाद्य पदार्थ के साथ रिएक्ट कर सकती है। इसलिए अधिक लाभदायक यही होगा कि आप नींबू पानी को सुबह सुबह खाली पेट पिएं। इसके पीछे एक और यह भी कारण है कि जब आप सुबह सुबह उठते हैं तो आपका शरीर डिटॉक्स मोड में होता है। इससे आपके शरीर से सारे खराब पदार्थ और टॉक्सिंस को निकलने में मदद मिल सकती है। इससे आपके शरीर का pH बैलेंस भी संतुलित होता है।
वैसे तो इसका सेवन आप किसी भी समय कर सकते हैं। लेकिन नींबू का सेवन करने के बाद आपके शरीर में एक एल्कलाइन प्रकृति उत्पन्न हो जाती है जो किसी भी सॉफ्ट खाद्य पदार्थ के साथ रिएक्ट कर सकती है। इसलिए अधिक लाभदायक यही होगा कि आप नींबू पानी को सुबह सुबह खाली पेट पिएं। इसके पीछे एक और यह भी कारण है कि जब आप सुबह सुबह उठते हैं तो आपका शरीर डिटॉक्स मोड में होता है। इससे आपके शरीर से सारे खराब पदार्थ और टॉक्सिंस को निकलने में मदद मिल सकती है। इससे आपके शरीर का pH बैलेंस भी संतुलित होता है।