हर उम्र के लिए योग, जानिए उम्र के अनुसार कौनसा योग करना चाहिए
Know which yoga pose is best for you according to your age : योग स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी है। इसे करने से हम कई सारी बीमारियों से खुद का बचाव कर पाते हैं।
योग स्वस्थ जीवन के लिए योग स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी है। इसे करने से हम कई सारी बीमारियों से खुद का बचाव कर पाते हैं। महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को इसे रुटीन में शामिल करना चाहिए।
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बच्चों के लिए योग भ्रामरी प्राणायाम ब्रेन को सक्रिय करता बच्चों के लिए भस्त्रिका और भ्रामरी प्राणायाम अच्छे हैं। सर्वांगासन, शीर्षासन, शशांकासन बच्चों के लिए लाभदायक है। सर्वांगासन और शीर्षासन किसी की निगरानी में करना ठीक रहेगा। उत्कटासन, शशांकासन, भ्रामरी प्राणायाम बच्चों के ब्रेन को एक्टिवेट करने के लिए बेहतर है। बच्चों को ताड़ासन विशेष रूप से कराना चाहिए, लेकिन ध्यान रहे कि योग प्रशिक्षक की मदद से ही उन्हें आसन का चयन करना चाहिए।
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बुजुर्गों के लिए योग शीतली व शीतकारी प्राणायाम करें बुजुर्गों के लिए भस्त्रिका प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, शीतली और शीतकारी प्राणायाम गर्मियों में बहुत अच्छा है। उज्जायी प्राणायाम बुजुर्गों के लिए कारगर है। इसे करना भी सरल है। मुष्टिका बंधन हाथों के लिए बहुत अच्छा है। पवनमुक्तासन, सेतुबंधासन, मर्कटासन व अर्धहलासन दीवार के सहारे से किए जाते हैं। ढाकाराम, योग विशेषज्ञ
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महिलाओं के लिए योग बद्धकोणासन महिलाओं के लिए यह सबसे अच्छा आसन है। सुखासन में बैठें और कमर व गर्दन सीधी रखें। दोनों पैरों के तलवों को मिलाकर जांघों की ओर लेकर आएं। हाथों से दोनों पंजों को पकड़ें। अब श्वास लेते हुए दोनों घुटने ऊपर लाएं और श्वास छोड़ते हुए नीचे लेकर जाएं। ये अभ्यास 15-20 बार दोहराएं। इससे किडनी सक्रिय होती हैं। पीसीओडी में लाभदायक है। पीरियड्स के दर्द में राहत देता है।
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बद्धकोणासन महिलाओं के लिए यह सबसे अच्छा आसन है। सुखासन में बैठें और कमर व गर्दन सीधी रखें। दोनों पैरों के तलवों को मिलाकर जांघों की ओर लेकर आएं। हाथों से दोनों पंजों को पकड़ें। अब श्वास लेते हुए दोनों घुटने ऊपर लाएं और श्वास छोड़ते हुए नीचे लेकर जाएं। ये अभ्यास 15-20 बार दोहराएं। इससे किडनी सक्रिय होती हैं। पीसीओडी में लाभदायक है। पीरियड्स के दर्द में राहत देता है।
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शलभासन पेट के बल मकरासन में लेट जाएं। दोनों हथेलियों को दोनों जांघों के नीचे रखें। फिर सांस लेते हुए दोनों पैरों को अपनी क्षमता के अनुसार ऊपर उठाएं। एक मिनट रोकें और पुन: सांस छोड़ते हुए नीचे लाएं। यह प्रजनन अंगों को मजबूती देता है। किडनी, ब्लेडर व पेट के अंदर अन्य अंग सक्रिय होते हैं। इसे हर्निया व स्लिप डिस्क के रोगियों को नहीं करना चाहिए। गर्भावस्था में नहीं करें।
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उष्ट्रासन वज्रासन में बैठकर दोनों घुटनों पर खड़े हों। सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर से लेकर जाते हुए पीछे दोनों एड़ियों को पकड़ें और 30 सेकंड रुकें। सांस छोड़ते हुए हाथों को ऊपर लाएं और शशांकासन में बैठ जाएं। यह प्रजनन अंगों को मजबूत बनाता है।
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सुंदरता बनाए रखने के लिए योग सुंदरता बनाए रखने के लिए तनावमुक्त जीवनशैली रखें। चेहरे पर ग्लो लाने के लिए शशांकासन, सर्वांगासन, हलासन और त्रिकोणासन करना चाहिए। कुछ प्राणायाम जैसे नाड़ी शोधन प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम-विलोम करें। - दीपिका शर्मा, योग विशेषज्ञ