लक्षण पार्किंसंस रोग के लक्षण कई सारे होते है।पर आम -तोर पर अगर आप डॉक्टरों से भी पूछो, तो वह भी हाथ-पांव की कंपन ये मुख्य बताएँगे। पर इस कंपन के आलावा, दो और लक्षण बहोत महत्वपूर्ण है।
पार्किंसंस रोग के कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं लक्षण
हाथ-पांव की कंपन
सभी कार्य, जैसे चलने-फिरने में धीमापन
हाथ-पांव में जकड़न या सख्तपन
टेस्ट या जांच
इसके लिए कोई विशेष जांच नहीं है। पेट स्कैन, डोपामिन स्कैन और एमआरआई की रिपोर्ट के आधार पर इसकी पुष्टि की जाती है।
हाथ-पांव की कंपन
सभी कार्य, जैसे चलने-फिरने में धीमापन
हाथ-पांव में जकड़न या सख्तपन
टेस्ट या जांच
इसके लिए कोई विशेष जांच नहीं है। पेट स्कैन, डोपामिन स्कैन और एमआरआई की रिपोर्ट के आधार पर इसकी पुष्टि की जाती है।
जब पार्किंसंस की बीमारी शुरू होती है, तब ये कम्पन किसी एक ही पांव या हाथ से शुरू होती है। पर बाद में धीरे-धीरे बढ़ कर बाकी हाथ या पांव में ये फेल सकती है।
थोड़े सालों बाद, अगर इलाज न किया गया, तो पुरे शरीर में कम्पन का असर दिखाई देता है। इलाज
पहले इसे ठीक करने के लिए कई प्रकार की दवाई दी जाती है जैसे की एंटीऑक्सीडेंट्स व विटामिन से सम्बंधित दवाएं भी देते हैं। दवा काम न करने पर सर्जरी करते हैं जिसमें ब्रेन को स्टीमुलेट करके डोपामिन रिलीज कराने की कोशिश की जाती है।
पहले इसे ठीक करने के लिए कई प्रकार की दवाई दी जाती है जैसे की एंटीऑक्सीडेंट्स व विटामिन से सम्बंधित दवाएं भी देते हैं। दवा काम न करने पर सर्जरी करते हैं जिसमें ब्रेन को स्टीमुलेट करके डोपामिन रिलीज कराने की कोशिश की जाती है।