शोधकर्ताओं ने पाया कि अल्पकालीन किडनी क्षति के बिना अस्पताल में मृत्यु दर 10 फीसद रही जबकि अल्पकालीन किडनी क्षति से मरीजों में 72 फीसद मृत्यु दर देखा गया। कोविड-19 का हमला सीधे इम्यूनिटी और अंगों पर होता है जो उसी वायरस जनित बीमारी की गंभीरता को जोड़ता है।
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सार्स-कोव-2 वायरस फेफड़ों के जरिये रक्तवाहिकाओं में पहुंचकर किडनी सहित विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है। आईसीयू में भर्ती पांच फीसदी मरीज तो ‘एक्यूट किडनी फेलियर’ तक के शिकार हो रहे हैं। इसमें उन्हें डायलिसिस पर रखने की जरूरत पड़ती है। ऐसे मरीजों के कोरोना से दम तोड़ने की आशंका भी अधिक पाई गई है।
सार्स-कोव-2 वायरस फेफड़ों के जरिये रक्तवाहिकाओं में पहुंचकर किडनी सहित विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है। आईसीयू में भर्ती पांच फीसदी मरीज तो ‘एक्यूट किडनी फेलियर’ तक के शिकार हो रहे हैं। इसमें उन्हें डायलिसिस पर रखने की जरूरत पड़ती है। ऐसे मरीजों के कोरोना से दम तोड़ने की आशंका भी अधिक पाई गई है।
पेनकिलर न खाए
किडनी रोगी कोरोना होने पर किडनी फंक्शन टेस्ट जरूर करवाएं।
दर्द या बुखार होने पर पैरासिटामॉल लें, पेनकिलर के सेवन से बचें।
किडनी रोगी कोरोना होने पर किडनी फंक्शन टेस्ट जरूर करवाएं।
दर्द या बुखार होने पर पैरासिटामॉल लें, पेनकिलर के सेवन से बचें।