Vinod Kambli treatment : दिल से जुड़ी समस्याएं
विनोद कांबली
(Vinod Kambli) का दिल भी कई बार उन्हें परेशानी में डाल चुका है। 2013 में मुंबई में गाड़ी चलाते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जो उनके जीवन के लिए एक कड़ा अलार्म था। इससे पहले, 2012 में कांबली
(Vinod Kambli) ने दो धमनियों में रुकावट को दूर करने के लिए
एंजियोप्लास्टी करवाई थी। यह घटनाएं यह साबित करती हैं कि, भले ही वह एक समय फिट और सक्रिय खिलाड़ी रहे हों, लेकिन अब उनका शरीर उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करा रहा है।
मानसिक स्वास्थ्य की समस्या: अवसाद
विनोद कांबली
(Vinod Kambli) ने अपनी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का भी खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अवसाद ने उनके जीवन को किस तरह प्रभावित किया। यह मानसिक स्थिति उनके व्यक्तिगत जीवन और क्रिकेट करियर दोनों पर गहरे असर डाल रही थी। कांबली ने आत्म-स्वीकृति की प्रक्रिया के तहत इस मुद्दे को सार्वजनिक किया और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक कदम उठाया।
शराब की लत
कांबली
(Vinod Kambli) ने शराब की लत से भी लंबी जंग लड़ी है। उन्होंने कई बार शराब छोड़ने की कोशिश की, लेकिन यह संघर्ष निरंतर बना रहा। कांबली ने अपनी लत को नियंत्रित करने के लिए पुनर्वास केंद्रों में भी इलाज कराया, लेकिन उनकी ये कोशिशें उतनी प्रभावी नहीं हो पाई। उनकी यह व्यक्तिगत चुनौती उनके पोस्ट-क्रिकेट जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है, जो अब भी उनका पीछा कर रही है।
पुनर्वास और मदद की पेशकश
हाल ही में विनोद कांबली
(Vinod Kambli) अपने कोच रामकांत आचरकर के लिए आयोजित एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए थे। हालांकि, उसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके बचपन के दोस्त और पहले दर्जे के अंपायर, मार्कस काउटो ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में यह खुलासा किया कि कांबली कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। काउटो ने यह भी बताया कि कांबली ने पुनर्वास के लिए अब तक 14 बार कोशिश की, लेकिन इस संघर्ष में सफलता नहीं मिल पाई।
पूर्व क्रिकेटर कपिल देव ने कांबली (Vinod Kambli) की मदद करने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि यदि कांबली पुनर्वास के लिए तैयार होते हैं, तो वह उन्हें वित्तीय मदद देने के लिए तैयार हैं। कपिल देव ने यह भी कहा कि कांबली को पहले इस प्रक्रिया का मूल्यांकन खुद करना होगा, फिर अगर वह आगे बढ़ते हैं, तो वह इलाज के सभी खर्चों को उठाने के लिए तैयार हैं।
कांबली मेरे बेटे की तरह : सुनील गावस्कर Kambli is like my son : Sunil Gavaskar
भारत के महान क्रिकेटर और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य सुनील गावस्कर ने विनोद कांबली (Vinod Kambli) की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। गावस्कर ने इस बात की पुष्टि की कि 1983 टीम के सभी खिलाड़ी कांबली के संघर्षों को समझते हुए उन्हें समर्थन देने के लिए आगे आ रहे हैं। गावस्कर ने कांबली को ‘बेटे’ की तरह बताया और यह कहा कि टीम के सदस्य उन्हें फिर से खड़ा करने के लिए हर संभव मदद करेंगे। 1983 विश्व कप विजेता टीम के अन्य सदस्य भी इस नेक कार्य में साथ देने के लिए तैयार हैं। विनोद कांबली
(Vinod Kambli) के स्वास्थ्य संकट ने यह साबित किया है कि किसी भी व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक सेहत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उनके द्वारा की गई सार्वजनिक स्वीकृति और संघर्ष ने यह संदेश दिया है कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हमें उम्मीद है कि कांबली अपने स्वास्थ्य के मुद्दों पर काबू पा सकेंगे और जल्द ही स्वस्थ महसूस करेंगे।