जो लोग को गठिया (arthritis), हृदय रोग (cardiovascular issues) और दमा (asthma) जैसी बीमारियों से ग्रषित है नके लिए गर्मी का महीना सबसे कठिन समयों में से एक होता है। गर्मी में मौसम में लोगों को पेट संबंधी समस्याएं, सांस संबंधी समस्याएं और हृदय संक्रमण से जुडी समस्याएं बहुत ज्यादा पाई जाती है। लेकिन गर्मी की एक सबसे अच्छी बात उसके फलों में होती है। जामुन एक बहुत पोषण सम्पन्न फल होता है और गर्मी के महीनों में व्यापक रूप से बाजार में उपलब्ध होता है। विशेषज्ञ गर्मियों में जामुन खाने की सलाह देते हैं ताकि बीमारियों से बचा जा सके।
Chaulai Benefits: चौलाई के फायदे जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान, आज ही से खाना शुरू कर देंगे लाल साग
जामुन डायबिटीज रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। दरअसल, जामुन में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, विटामिन सी और भरपूर मात्रा में विटामिन बी जैसे थियामिन, राइबोफ्लेविन, फॉलिक एसिड, नियासिन, विटामिन बी6 आदि पाए जाते हैं। आइए इसको खाने के फायदों के बारे में जानते हैं.
benefits of eating jamun जामुन खाने के फायदे 1. Effective in reducing weight वजन कम करने में कारगर
जामुन की पत्तियाँ और इसका छाल मसूड़ों की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स की मात्रा अधिक होती है। इसमें कैलोरी मात्रा कम होने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और वजन घटाने में मदद करता है।
Hing and Ghee Benefits: पेट की ऐंठन और दर्द को चुटकियों में छूमंतर कर देगा हींग और घी, अद्भुत फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान
2. Removes respiratory problems सांस संबंधी समस्याओं को दूर करता हैलोगों को सांस संबंधी समस्याओं के उच्च जोखिम का सामना करना पड़ता है, जामुन फल सांस संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में विशेष भूमिका निभाता है। इसमें एंटीबायोटिक गुण होते हैं, इसलिए यह सामान्य फ्लू, जुकाम या खांसी का इलाज भी कर सकता है. आप इसे स्मूदी बनाकर अस्थमा और ब्रोंकाइटिस का इलाज भी कर सकते हैं।
जामुन खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। जामुन में विटामिन-C और आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। जामुन हीमोग्लोबिन की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ आपके शरीर में सभी अंगों तक खून और ऑक्सीजन पहुंचाने का काम भी करता है। जामुन में मौजूद आयरन खून को साफ करने में भी मदद करता है।
Shikanji Benefits: शिकंजी पीने के भी हैं जबरदस्त फायदे, सेहत और स्किन के लिए होता है फायदेमंद
4. Controls sugar शुगर को कंट्रोल करता है
डायबिटीज के रोगियों के लिए जामुन एक अच्छा फल है। डायबिटीज कंट्रोल करने में जामुन का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अगर आपको अधिक प्यास लगती है, तो आप जामुन का सेवन कर सकते हैं। गर्मी में इससे डिहाईड्रेशन की समस्या से राहत मिलती है। इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखता है। डायबिटीज के इलाज के लिए पेड़ के बीज, छाल और पत्तियों का उपयोग किया जा सकता है यह भी रोग को ठीक करने में काफी लाभदायक होता है। 5. Protects against infection इंफेक्शन से बचाता है
जामुन औषधीय गुणों की खान है। जामुन में मैलिक एसिड, टैनिन, गैलिक एसिड, ऑक्सालिक एसिड और बेट्यूलिक एसिड मौजूद होते हैं। यह सभी तत्व आपको संक्रमण से दूर रहने में मदद कर सकते हैं। जामुन पेट से सम्बंधित इंफेक्शन में रामबाण इलाज है।
White Pepper Benefits: ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार होता है सफेद मिर्च, जानें इसके अन्य फायदे
6. Beneficial for the skin त्वचा के लिए फायदेंमंदअगर आप कील-मुहांसों की समस्या से पीड़ित है तो जामुन आप के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। जामुन में एस्ट्रिजेंट गुण होते हैं जो आपकी त्वचा से कील-मुहांसों को दूर कर सकता है। अगर आपकी स्किन ऑयली है तो आपको जामुन का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह आपकी स्किन को तरोताजा और साफ रखने में मदद कर सकता है।
5. beneficial for the heart दिल के लिए बेहद फायदेमंद
हेल्थी हार्ट के लिए डेली एक मुट्ठी जामुन का सेवन करें। जामुन आपके दिल के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। जामुन खाने से हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों को दूर किया जा सकता है। ये खून के फ्लो को आसान करता है ताकी उसमें किसी प्रकार का खतरा ना हो।
Benefits of Walnuts: रोज सुबह खाली पेट खाएं 5 भीगे अखरोट, जानिए अखरोट खाने का सही तरीका और कितना खाएं
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।