किडनी हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है। इसे शरीर का प्यूरीफायर कहा जाता है जो अपशिष्ट और तरल पदार्थ को शरीर से बाहर निकाल देता है। यहीं नहीं किडनी शरीर द्वारा उत्पादित नुकसानदायक एसिड को भी शरीर से बाहर निकाल देता है। साथ ही रक्त में पानी,नमक और खनिजों का संतुलन बनाए रखता है। दरअसल चुकंदर में उच्च मात्रा में ऑक्सेलट पाया जाता है। अगर आप चुकंदर का अधिक सेवन करते हैं तो आपको किडनी से संबंधित कई बीमारियां हो सकती है।
चुकंदर का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ता है। दरअसल चुकंदर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स यह बताता है कि किसी पदार्थ में शुगर की कितनी मात्रा है। तो डायबिटीज वाले रोगियों को चुंकदर का कम सेवन करना चाहिए या फिर डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
चुकंदर का ज्यादा सेवन से कई लोगों को एलर्जी भी हो सकती है। इससे स्किन पर रैशेज पित्ती खुजली ठंड लगना और बुखार जैसी भी समस्याएं भी हो सकती है। इसके सेवन से आपका वोकल कॉर्डस भी सिकुड़ सकता है जिससे आपको बात करने में भी परेशानी हो सकती है।
चुकंदर में भरपूर मात्रा में पोटैशियम सोडियम और फॉस्फोरस पाया जाता है जो आपके हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। लेकिन अगर आपका ब्लड प्रेशर लो रहता है तो आपको चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे आपका ब्लड प्रेशर और लो हो सकता है। इसके अलावा अधिक चुकंदर के सेवन से भी ब्लड प्रेशर लो सकता है।
चुकंदर में पाया जाने वाला बीटाइन गर्भावस्था में नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही इसमें नाइट्रेट भी उच्च मात्रा में पाया जाता है जिससे गर्भवती महिलाओं को नुकसान हो सकता है। नाइट्रेट की विषाक्तता से बच्चे को नुकसान हो सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को चुकंदर खाने में परहेज बरतना चाहिए ।
आप एक दिन में एक चुकंदर या 250 मिली चुकंदर का जूस पी सकते हैं। खासकर यह हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद है लेकिन इसका संयमित मात्रा में सेवन ही फायदेमंद होता है। साथ ही इसके चुकंदर के सेवन से आपके पेशाब का रंग लाल हो जाता है।
1. चुकंदर का सेवन करने कई तरीके हैं। आप चुकंदर का जूस भी पी सकते हैं। इसके साथ आप अदरक, गाजर, धनिया और नींबू का रस मिलाकर भी चुकंदर का रस पी सकते हैं।