आपको बता दें कि बिगड़ी हुई लाइफ स्टाइल के चलते होने वाली बीमारी टाइप 2 डायबिटीज है। इस दुनिया में लाखों लोग इफेक्टेड हो चुके हैं। डायबिटीज प्रभावितों को मोटापा, ब्लड प्रेशर, सूजन, आंखों की बीमारी आदि की समस्या होती है। ऐसे में अधिकांश लोगों को दवाओं पर रखा जाता है और अपनी जीवनशैली में बदलाव करने के लिए कहा जाता है। साथ ही उन्हें व्यायाम करने के लिए बताया जाता है। अगर आप भी टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित हैं। तो आहार में कुछ बदलाव करें तो आपको स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
चाय कॉफी लेने से बचें- आप टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित है, तो सुबह की पहली चाय और कॉफी लेने से बचना चाहिए। क्योंकि यह कोर्टिसोल के लेवल को बढ़ा सकती है और शुगर लेवल को भी आगे पीछे करती है। इसकी अपेक्षा आप एक गिलास गर्म पानी पी सकते हैं और चाहे तो मेथी के बीज, जीरा, आंवला जैसी चीजों से ही डिटॉक्स वाटर बना सकते हैं। जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करेगा।
नाश्ते में करें यह बदलाव- -डायबिटीज टू वाले व्यक्ति को सबसे पहले नाश्ते में बदलाव करना चाहिए। क्योंकि यही व्यक्ति के दिनचर्या की पहली डाइट होती है। नाश्ते में आप दलिया, ओट्स और सब्जियों से भरी चपाती या ताजे फलों का सलाद खा सकते हैं।
-आपको हमेशा स्टार्चयुक्त आटा उपयोग में लेना चाहिए। हो सके तो रागी से बना इडली, डोसा, चिला, गेहूं की रोटी आदि उपयोग करना चाहिए। चूड़ा, पोहा, उपमा जैसे स्वास्थ्य विकल्प भी ले सकते हैं और 1 दिन में एक दो गिलास दूध पीएं। उसके अलावा दही और पनीर का सेवन करें।
-यदि आपको बार बार भूख लगती है। आपको ब्लड शुगर लेवल में गिरावट महसूस होती है। तो अपने पास हेल्दी स्नेक्स रखें। जिसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स हो। नट्स और बीज भी शामिल कर सकते हैं।
-आपको दिन का भोजन प्रोटीन भरा लेना होगा। इसके लिए आप मूंग की दाल का सेवन कर सकते हैं। एक कटोरी दही, रायता और चपाती खाएं। जो रागी, जौ या ज्वार के आटे से बनी हुई हो।
-शाम के नाश्ते में आप कम दूध वाली चाय बिना चीनी या फिर थोड़ा गुड़ डाल कर के पी सकते हैं। चिप्स, नमकीन और बिस्कुट से दूरी बनाए। रोस्टेड चना, बाजरे का चूड़ा, दही या फल का सेवन कर सकते हैं।
-रात के खाने में कम वसा वाले विकल्प जैसे पनीर, टोफू, चिकन, मछली, सोया व्यंजन भी शामिल कर सकते हैं।