क्या है कोरोना सेल्फ किट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के लिए देश की पहली सेल्फ-टेस्टिंग किट को मंजूरी दी है। यह किट मौजूदा लेबोरेटरीज का बर्डन कम करेंगी। हालांकि, इसकी एफिसेसी 100 प्रतिशत नहीं है और किसी व्यक्ति को कोविड-19 होने पर भी निगेटिव रिजल्ट दिखा सकती है। इसलिए जब भी आपके सेल्फ किट में आपका रिजल्ट नेगेटिव आए तो एक बार लक्षणों के होने पर आरटी पीसीआर टेस्ट अवश्य करवाएं।
कैसे करें इस्तीमाल
सबसे पहले व्यक्ति को अपने हाथों को सैनिटाइज करना होगा। उस सतह को भी साफ करना होगा जहा वह किट रखेगा। उसे स्वैब को अपनी नाक में 2-4 सेंटीमीटर अंदर या जब तक यह नाक के मार्ग के पिछले हिस्से को नहीं छूता है, तब तक डालना होगा।
अब आपको स्वैब को एक्स्ट्रेक्शन ट्यूब में मौजूद लिक्विड के साथ मिलाए। इसके बाद ट्यूब को कसकर बंद कर दें और ट्यूब के आउटलेट से दो बूंद टेस्टिंग कार्ड पर गिरा दें। 15 मिनट में रिजल्ट आ जाएगा। अगर टेस्टिंग कार्ड पर दो लाइन दिखे तो टेस्ट पॉजिटव है और अगर केवल मार्कर सी पर लाइन दिखे तो टेस्ट निगेटिव है। अगर रिजल्ट आने में 20 मिनट से ज्यादा का समय लग जाए तो इस किट को आप इनवेलिड माना लें।
इस कीट के मुताबिक आपको इसे इस्तेमाल करने में मतलब टेस्ट करने में 1 मिनट का समय लगना चाहिए । और इसके रिजल्ट आने में 15 मिनट यदि रिजल्ट 20 मिनट से ज्यादा समय में आता है तो इसके के रिजल्ट पर भरोसा ना करें।
और यदि आपका टेस्ट पॉजिटिव आए तो एक बार कंफर्म करने के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट अवश्य करवाएं और यदि लक्षणों के होते हुए भी आपका टेस्ट नेगेटिव आ जाए तो भी डॉक्टर की सलाह लेकर आरटी पीसीआर टेस्ट करवा ले।