1.वेट का बढ़ना
यदि आप टेंशन में रहते हैं तो इसका असर आपके वेट के ऊपर भी पड़ता है। रिश्तों में तनाव का बढ़ना आपके वजन को प्रभावित करता है। आपको बताते चलें कि 2012 में हुए एक रिसर्च के मुताबलिक जो व्यक्ति अपने मैरिड लाइफ से बेहद खुश हैं उनमें वेट की बढ़ोतरी हुई है, वहीं जो व्यक्ति अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं है उसके असर से उनका वेट भी कम हुआ है। इसलिए आपके वजन का असर रिश्तों के ऊपर भी पड़ता है और ये डिपेंड होता है कि आप इस रिश्ते से खुश हैं या नहीं।
यदि आप टेंशन में रहते हैं तो इसका असर आपके वेट के ऊपर भी पड़ता है। रिश्तों में तनाव का बढ़ना आपके वजन को प्रभावित करता है। आपको बताते चलें कि 2012 में हुए एक रिसर्च के मुताबलिक जो व्यक्ति अपने मैरिड लाइफ से बेहद खुश हैं उनमें वेट की बढ़ोतरी हुई है, वहीं जो व्यक्ति अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं है उसके असर से उनका वेट भी कम हुआ है। इसलिए आपके वजन का असर रिश्तों के ऊपर भी पड़ता है और ये डिपेंड होता है कि आप इस रिश्ते से खुश हैं या नहीं।
2.डिप्रेशन का हो सकते हैं शिकार
यदि आप जो चाहते हैं वो चीज पूरी न हो पा रही हो तो ऐसे में आप डिप्रेस्ड भी हो सकते हैं। वहीं रिश्तों के ऊपर भी ये अप्लाई होती है,यदि आपके रिश्ते अपने प्रियजनों से खराब चल रहे हैं तो ऐसे में आप डिप्रेशन का शिकार भी हो सकते हैं। क्योंकि चीजों को लेकर आप ज्यादा सोचँगें ज्यादा सोचना सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। वहीं आपको बताते चले कि ब्रिटैन में हुए हाल ही में एक परीक्षण में ये स्पष्ट हुआ है कि कम उम्र के पुरुष इतने मजबूत नहीं होते हैं कि वे रिश्तों के दर्द को सहन कर पाएं।
यदि आप जो चाहते हैं वो चीज पूरी न हो पा रही हो तो ऐसे में आप डिप्रेस्ड भी हो सकते हैं। वहीं रिश्तों के ऊपर भी ये अप्लाई होती है,यदि आपके रिश्ते अपने प्रियजनों से खराब चल रहे हैं तो ऐसे में आप डिप्रेशन का शिकार भी हो सकते हैं। क्योंकि चीजों को लेकर आप ज्यादा सोचँगें ज्यादा सोचना सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। वहीं आपको बताते चले कि ब्रिटैन में हुए हाल ही में एक परीक्षण में ये स्पष्ट हुआ है कि कम उम्र के पुरुष इतने मजबूत नहीं होते हैं कि वे रिश्तों के दर्द को सहन कर पाएं।
3.बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
क्या आपको पता है कि ब्लड प्रेशर सिर्फ आपके खाने-पीने या लाइफस्टाइल से ही नहीं बढ़ता है बल्कि आपके रिश्ते भी इसका इफ़ेक्ट डालते हैं। बिर्घम योंग यूनिवर्सिटी के दौरान इस बात का जिक्र किया गया है कि जो शादीशुदा व्यक्ति अपने जीवन में खुश नहीं रहता है वे ब्लड प्रेशर के बढ़ने कि समस्या से ग्रसित हो सकता है। रिश्तों में स्ट्रेस के कारण ही हमारे बॉडी से कुछ स्ट्रेस हार्मोन्स बाहर निकलते हैं और वहीँ हृदय की गति भी बढ़ जाती है, जिसके बढ़ने पर आपका ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है।
क्या आपको पता है कि ब्लड प्रेशर सिर्फ आपके खाने-पीने या लाइफस्टाइल से ही नहीं बढ़ता है बल्कि आपके रिश्ते भी इसका इफ़ेक्ट डालते हैं। बिर्घम योंग यूनिवर्सिटी के दौरान इस बात का जिक्र किया गया है कि जो शादीशुदा व्यक्ति अपने जीवन में खुश नहीं रहता है वे ब्लड प्रेशर के बढ़ने कि समस्या से ग्रसित हो सकता है। रिश्तों में स्ट्रेस के कारण ही हमारे बॉडी से कुछ स्ट्रेस हार्मोन्स बाहर निकलते हैं और वहीँ हृदय की गति भी बढ़ जाती है, जिसके बढ़ने पर आपका ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है।
4.तनाव या चिंता में रहना
रिश्ते में प्यार का रहना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है क्योंकि यदि आप रिश्ते से खुश हैं तभी दूसरों को भी ख़ुशी दे पाएगे वहीं यदि खुद भी आप चिंतित रहेंगें तो न खुद खुश रह पाएंगें न दूसरों को ख़ुशी दे पाएंगें। यदि आप अपने रिश्ते में खुश नहीं हैं या आपके बीच लड़ाई चल रही है तो ऐसे में आप तनाव का शिकार भी हो सकते हैं। ये न केवल आपके मानसिक सेहत के ऊपर असर डालते हैं बल्कि आपके शारीरिक सेहत के ऊपर भी ये असर डालते हैं।
रिश्ते में प्यार का रहना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है क्योंकि यदि आप रिश्ते से खुश हैं तभी दूसरों को भी ख़ुशी दे पाएगे वहीं यदि खुद भी आप चिंतित रहेंगें तो न खुद खुश रह पाएंगें न दूसरों को ख़ुशी दे पाएंगें। यदि आप अपने रिश्ते में खुश नहीं हैं या आपके बीच लड़ाई चल रही है तो ऐसे में आप तनाव का शिकार भी हो सकते हैं। ये न केवल आपके मानसिक सेहत के ऊपर असर डालते हैं बल्कि आपके शारीरिक सेहत के ऊपर भी ये असर डालते हैं।
5.हृदय स्वास्थ्य
यदि आप अपने दिल की सेहत को स्वस्थ बना के रखना चाहते हैं तो इसका असर आपके दिल की सेहत के ऊपर भी पड़ता है। शादीशुदा लाइफ में खुश रहने से दिल से जुड़ी बीमारियां कम हो जाती हैं। अमेरिकन जर्नल साइकोमैटिक मेडिसीन,2007 के अनुसार बताया गया है कि रिश्तों में लंबे समय तक चलने वाली तकरार दिल से जुड़ी कई समस्याओं का कारण भी बन सकती है। जिनमें कि हार्ट से जुड़ी समस्याएं भी शामिल हैं।
यदि आप अपने दिल की सेहत को स्वस्थ बना के रखना चाहते हैं तो इसका असर आपके दिल की सेहत के ऊपर भी पड़ता है। शादीशुदा लाइफ में खुश रहने से दिल से जुड़ी बीमारियां कम हो जाती हैं। अमेरिकन जर्नल साइकोमैटिक मेडिसीन,2007 के अनुसार बताया गया है कि रिश्तों में लंबे समय तक चलने वाली तकरार दिल से जुड़ी कई समस्याओं का कारण भी बन सकती है। जिनमें कि हार्ट से जुड़ी समस्याएं भी शामिल हैं।