हीटस्ट्रोक
गर्मी के मौसम में हीटस्ट्रोक का खतरा बहुत ही ज्यादा बढ़ सकता है, बॉडी में ठंडी की कमी के कारण वाली स्थिति को हीट स्ट्रोक कहा जाता है, यदि इस समस्या का व्यक्ति का जल्द से जल्द इलाज नहीं किया जाता है तो ये कोमा, दौरे जैसे कई सारे गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
गर्मी के मौसम में हीटस्ट्रोक का खतरा बहुत ही ज्यादा बढ़ सकता है, बॉडी में ठंडी की कमी के कारण वाली स्थिति को हीट स्ट्रोक कहा जाता है, यदि इस समस्या का व्यक्ति का जल्द से जल्द इलाज नहीं किया जाता है तो ये कोमा, दौरे जैसे कई सारे गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
गर्मी, तेज धूप ये सारी चीजें लाल चक्कते का कारण बन सकती हैं, इसके होने पर त्वचा में छोटे-छोटे लाल दाने पड़ जाते हैं, वहीं ये बहुत ही ज्यादा दर्द भरे भी होते हैं, गर्मियों के मौसम में ये लाल चक्क्ते बहुत ही ज्यादा कॉमन होते हैं।
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गर्मी के मौसम में शरीर में अकड़न होना बहुत ही ज्यादा आम बात है, इसका सबसे बड़ा मुख्य कारण हीट क्रैम्प्स होता है, इससे सबसे ज्यादा दर्द हाथ,पीठ और सिर में होता है।
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गर्मी के कारण कई बार व्यक्ति बार-बार बेहोश हो जाता है, पानी की कमी के कारण ये समस्या हो सकती है। इसके होने पर सिरदर्द के साथ तेजी से व्यक्ति बेहोश हो जाता है।
जानिए किन व्यक्तियों को ज्यादा खतरा रहता है
-जिन व्यक्तियों को हाइपरटेंशन की समस्या रहती है
-ज्यादा देर तक या गर्म वातावरण में रहने वाले व्यक्तियों को
-मोटापे से ग्रसित लोगों को
-दिल से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे लोगों को
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डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। ‘पत्रिका’ इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।