कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज अलग-अलग कंपनियों की लगवाना बेहद खतरनाक, जानिए कैसे
HIV रोगियों में दिख सकते हैं ये वेरिएंटवायरस शरीर में फैलने और कोशिकाओं को प्रभावित करने में बहुत ही कम वक्त लगाता है। कुछ कोशिकाएं दूसरे सोर्स से अन्य वायरस के लिए उपलब्ध हो सकती हैं। वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनने में कुछ दिन का समय लगता है। इस दौरान ही एक से अधिक व्यक्तियों से संक्रमित होना संभव है। एचआईवी रोगियों में दोहरे संक्रमण के मामले बहुत आम हैं।
स्वीमिंग करने के हैं बेहद फायदे, बहुत सी बीमारियों को दूर करने के साथ ही शरीर को भी रखती है फिट
‘डबल वेरिएंट इन्फ़ेक्शन की स्थितिडबल वेरिएंट इन्फ़ेक्शन की संभावना बहुत कम रहती है। क्योंकि लोगों साथ रहने पर किसी भी गतिविधि से संक्रमण नहीं फैलता है। एक संक्रमित से वे सभी व्यक्ति संक्रमित नहीं हो सकते, जिनके संपर्क में वह व्यक्ति आया है। इसलिए, जन कोई व्यक्ति एक से अधिक संक्रमित व्यक्तियों से मिलता है, तो उन सभी से वायरस प्राप्त करने की संभावना कम रहती है। दुनियाभर में डबल इन्फेक्शन को बहुत ही कम आंका जा रहा है क्योंकि ‘चिंता वाले वेरिएंट्स की टेस्टिंग कम हो रही है।