चिरायता के फायदे
लीवर की समस्याओं में फायदेमंद :
चिरायता हमें लीवर की विभिन्न समस्याओं से लड़ने में भी मदद करती है। फैटी लीवर, सिरोसिस और कई अन्य लीवर से संबंधित बीमारियों को चिरायता लीवर की कोशिकाओं को रिचार्ज करके दूर करता है। चिरायता को एक अच्छा लीवर डिटॉक्सीफायर माना जाता है और ये लीवर की कोशिकाओं के काम-काज को उत्तेजित करती है।ब्लड शुगर की समस्याओं में फायदेमंद :
आज के समय में शुगर की बीमारी एक आम बीमारी की तरह हो गई है। हर दूसरे व्यक्ति में ये बीमारी देखने को मिलती है। जिन लोगों को शुगर की समस्या है उन्हें सुबह खाली पेट चिरायते का पानी पीना चाहिए। चिरायता में अमारोगेंटिन बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं। यह कंपाउंड एंटी-डायबिटिक प्रभाव दिखाता है। इसी वजह से माना जाता है कि चिरायता ब्लड शुगर को कम कर सकता है।चर्म रोग की समस्याओं में फायदेमंद :
आयुर्वेद में भी कुष्ठ रोग के इलाज के लिए चिरायता और नीम के पत्तों को उपयोगी बताया गया है। चिरायता के पत्तों का लेप घाव को जल्द भरने में मदद करता है क्योंकि चिरायता में स्किन को हील करने का गुण पाया जाता है जो कि घाव को भरने में मदद करता है।त्वचा की बीमारियां की समस्याओं में फायदेमंद :
चिरायता, शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर त्वचा से संबंधित समस्याओं जैसे रैशेज, खुजली, एक्जिमा और लालपन को कम करता है। यही नहीं इससे बैक्टीरिया के संक्रमण को भी ठीक किया जा सकता है। जिन लोगों को मौसम बदलने से या फिर बरसात के मौसम में मुंहासों की समस्या होती है, उन्हें इसके सेवन से आराम मिलता है।इम्युनिटी बूस्ट करने में फायदेमंद :
संक्रमण से लड़ने व बचाव के लिए चिरायता का सेवन काफी पुराने समय से किया जाता रहा है। इसमें मौजूद एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण काफी मजबूत होते हैं। यह सामान्य सर्दी-जुकाम से राहत देने में काफी कारगर साबित होता है। अगर आपके शरीर पर कोई जख्म हो गया है, तो चिरायता के इस्तेमाल से उसे भी जल्दी ठीक किया जा सकता है।