हलीम के लड्डू खाने के फायदे
1. प्यूबर्टी में है फायदेमंद
हलीम से बने लड्डू प्यूबर्टी के समय बहुत फायदेमंद होते हैं। ये उन लड़के लड़कियों के लिए फायदेमंद है जो कि प्यूबर्टी के एज में हैं। दरअसल इस उम्र के लड़के लड़कियों में आयरन की कमी होती है जो कि उनके एचबी स्तरों को प्रभावित करता है। साथ ही इसमें फोलेट होता है कि इन उम्र में हार्मोनल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है और एक्ने ब्रेक आउट को रोकता है।
1. प्यूबर्टी में है फायदेमंद
हलीम से बने लड्डू प्यूबर्टी के समय बहुत फायदेमंद होते हैं। ये उन लड़के लड़कियों के लिए फायदेमंद है जो कि प्यूबर्टी के एज में हैं। दरअसल इस उम्र के लड़के लड़कियों में आयरन की कमी होती है जो कि उनके एचबी स्तरों को प्रभावित करता है। साथ ही इसमें फोलेट होता है कि इन उम्र में हार्मोनल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है और एक्ने ब्रेक आउट को रोकता है।
2. फर्टिलिटी बढ़ाता है
हलीम के लड्डू फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद है। इसे खाना उन लोगों के लिए मददगार है जो कि बच्चा प्लॉन कर रहे हैं। हलीम के बीजों में मौजूद फाइटोकेमिकल्स एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ावा देते हैं जो महिला शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और अनियमित मासिक धर्म चक्र को सामान्य करने में मदद करते हैं। बीज उन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होते हैं जो गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि ये उनके प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकते हैं। इसलिए इस दौरान महिलाओं को हलीम के लड्डू खाने चाहिए।
हलीम के लड्डू फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद है। इसे खाना उन लोगों के लिए मददगार है जो कि बच्चा प्लॉन कर रहे हैं। हलीम के बीजों में मौजूद फाइटोकेमिकल्स एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ावा देते हैं जो महिला शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और अनियमित मासिक धर्म चक्र को सामान्य करने में मदद करते हैं। बीज उन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होते हैं जो गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि ये उनके प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकते हैं। इसलिए इस दौरान महिलाओं को हलीम के लड्डू खाने चाहिए।
3. मेनोपॉज में फायदेमंद हलीम के लड्डू मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, इसमें सल्फोराफेन होता है जो कि त्वचा में पिग्मेंटेशन को रोकने में मदद करता है और इसे साफ करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें आयरन होता है जो कि शरीर में ब्लड लेवल को बैलेंस करता है और इसे हल्दी रखने में मदद करता है। इसके अलावा हलीम के बीजों में बहुत सारे फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो एस्ट्रोजन के समान होते हैं हार्मोन जो महिला शरीर में विभिन्न भूमिका निभाता है। उन बीजों में पाए जाने वाले सक्रिय तत्व मेंस्ट्रूअल साइकिल को रेगुलेट करने में मदद करते हैं। अगर आप पहले से ही ऐसी दवा ले रहे हैं जो आपके हार्मोन को प्रभावित करती है तो आपको अपनी डाइट में इसे जरूर शामिल करना चाहिए।
हलीम के बीजों से बने लड्डू की रेसिपी
हलीम के बीजों से बने लड्डू की रेसिपी रूजुता दिवेकर की मां रेखा दिवेकर की हैं, जो कि पारंपरिक है और हेल्दी भी। हलीम के बीजों से बने लड्डू को बनाने के लिए
हलीम के बीजों से बने लड्डू की रेसिपी रूजुता दिवेकर की मां रेखा दिवेकर की हैं, जो कि पारंपरिक है और हेल्दी भी। हलीम के बीजों से बने लड्डू को बनाने के लिए
1. -1 कटोरी हलीम के बीज लें
2. -1 बड़ा नारियल कद्दूकस किया हुए
3. -2 ½ कटोरी गुड़
4. -2 चम्मच घी
5. -1 चम्मच जयफल पाउडर
अब हलीम के बीजों को नारियल पानी में एक घंटे के लिए भिगो दें। भीगी हुई हलीम के बीजों में कद्दूकस किया हुआ नारियल और गुड़ मिलाएं। आधे घंटे के बाद मिश्रण को दो चम्मच घी के साथ एक कढ़ाई में पका लें। मिश्रण को अच्छी तरह से पकने तक गर्म करते रहें। फिर इसे ठंडा होने दें और जयफल पाउडर डालकर लड्डू बनाएं। इस अब आप तीन दिन तक खुले में रख सकते हैं और 10 दिनों तक फ्रिज में रख कर खा सकते हैं।
2. -1 बड़ा नारियल कद्दूकस किया हुए
3. -2 ½ कटोरी गुड़
4. -2 चम्मच घी
5. -1 चम्मच जयफल पाउडर
अब हलीम के बीजों को नारियल पानी में एक घंटे के लिए भिगो दें। भीगी हुई हलीम के बीजों में कद्दूकस किया हुआ नारियल और गुड़ मिलाएं। आधे घंटे के बाद मिश्रण को दो चम्मच घी के साथ एक कढ़ाई में पका लें। मिश्रण को अच्छी तरह से पकने तक गर्म करते रहें। फिर इसे ठंडा होने दें और जयफल पाउडर डालकर लड्डू बनाएं। इस अब आप तीन दिन तक खुले में रख सकते हैं और 10 दिनों तक फ्रिज में रख कर खा सकते हैं।