एक्सपट्र्स के मुताबिक हमारी आंतों में सूक्ष्मजीवों की सबसे बड़ी आबादी होती है और साथ ही यह स्वायत्त तंत्रिका तंत्र से जुड़ा होता है जिसमें सबसे बड़ा नेटवर्क होता है। मस्तिष्क के बाहर की तंत्रिकाओं का. “गट माइक्रोबायोम, आंतों की परत के आसपास के सूक्ष्मजीव, मोटापा, मधुमेह, सूजन आंत्र रोग, फैटी लीवर, ऑटोइम्यून रोग और यहां तक कि कुछ न्यूरोलॉजिकल रोगों जैसी कई बीमारियों से जुड़े हुए हैं। ऐसे में आंतों की सेहत बहुत ज्यादा जरूरी है।
आंतों कीे सेहत आमतौर पर खाने—पीने से जुड़ी हुई है। ऐसे में हमें ऐसे खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए, जिससे आंते प्राकृतिक रूप से साफ होती रहे। हमें उच्च फाइबर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। खाने में फलियां दालें, सब्जियां और फलों की मात्रा बढ़ाई जानी चाहिए। वहीं आंतों के लिए केला, लहसुन और प्याज भी फायदेमंद रहता है। ये फूड आंतों में सेहतमंद बैक्टीरिया या प्रोबायोटिक्स की संख्या को भी बढ़ा सकते हैं। फलों व सब्जियों में जामुन, ब्रोकोली, एलोवेरा, नट्स, ब्लूबेरी, प्लम, चेरी, सेब और स्ट्रॉबेरी खा सकते हैं। वहीं पानी की मात्रा भी पूरी रखनी चाहिए।