हरा लहसुन वायु दोषों को दूर करता, हृदय रोगों से भी बचाता है
इस मौसम में हरा लहसुन मिलता है। इसमें पॉलीसल्फाइड, विटामिन-बी व सी, मैंगनीज, फॉस्फोरस, सेलेनियम जैसे कई पोषक तत्त्वों के साथ कई एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीमाइक्रोबियल गुण भी पाए जाते हैं। इसमें सल्फ्यूरिक और ऑर्गेनिक एसिड युक्त एलिसिन कंपाउंड होता है जो शरीर में सूजन और दर्द को भी कम करता है। इम्युनिटी बढ़ाकर एलर्जी से बचाता है। यह वायु दोषों को दूर कर पाचन, जोड़ों में दर्द आदि में आराम देता है। इससे रक्तचाप भी ठीक होता है। पॉली सल्फाइड कंपाउंड होने से हृदय की धमनियां खोलने और खून के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। अच्छे कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ाता है। बीपी नियंत्रित रखता है।
इसको न केवल दाल तडक़ा, चटनी, अचार में उपयोग करते हैं बल्कि सब्जी में भी डालकर खा सकते हैं। 20-30 ग्राम मात्रा में रोज खा सकते हैं। इससे ज्यादा खाने से बचें। अगर किसी कोई गंभीर बीमारी है तो उन्हें वैद्य से सलाह लेने के बाद इसकी ज्यादा मात्रा में खाएं।