1. अधिक तेल-मसाले वाला भोजन
अधिक तेल-मसाले युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चिकन, मटन, फ्रेंच फ्राइस, बर्गर आदि का सेवन टीबी के मरीजों को बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि इनमें काफी मात्रा में सैचुरेटेड फैट मौजूद होता है। साथ ही घर पर भोजन बनाते समय भी अधिक तेल और मक्खन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अन्यथा टीबी के मरीजों को पेट संबंधी समस्याएं जैसे एंठन, दस्त और थकान झेलनी पड़ सकती हैं। दस्त होने की स्थिति में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो काफी नुकसानदायक है। जितना हो सके भोजन पकाने के लिए स्टीम, बेक्ड या बॉइलिंग विधि का इस्तेमाल करें।
2. चाय और कॉफी से बचें
टीबी के मरीज जितना हो सके चाय-कॉफी जैसे पेय पदार्थों से दूर रहें। चाय-कॉफी के अधिक सेवन से आपको नींद संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे बीमारी को ठीक होने में अधिक समय लगता है। साथ ही अधिक कैफीन के सेवन से आपको बार-बार पेशाब आने के साथ शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। इसके बजाय टीवी के मरीज एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त ग्रीन टी, दूध और जूस आदि का सेवन कर सकते हैं।
3. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन
सीमित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ खाए जा सकते हैं, परंतु रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पास्ता, सफेद आटा, व्हाइट राइस, व्हाइट ब्रेड, पेस्ट्री, सोडा, स्नैक्स, मिठाई, जैली, जैम, सॉफ्ट ड्रिंक्स, अनाज और अतिरिक्त चीनी युक्त पदार्थ आदि का सेवन टीवी के मरीजों को कम से कम ही करना चाहिए। इनके स्थान पर टीबी के मरीज फाइबर युक्त अनाज और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।
4. धूम्रपान और मदिरापान से बचें
हालांकि धूम्रपान और मदिरापान किसी के लिए भी ठीक नहीं होता है, परंतु टीबी के मरीजों को तो इनसे बिल्कुल दूर ही रहना चाहिए। तंबाकू खाने, धूम्रपान और मदिरापान करने से टीबी के मरीजों के फेफड़ों को और अधिक नुकसान पहुंच सकता है, जिससे स्थिति बिगड़ सकती है। साथ ही तंबाकू के सेवन से अनिद्रा की समस्या और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।