गर्मी में तेजी से पनपते हैं बैक्टीरिया व फंगस
जब तापमान 32-35 सेल्सियस से अधिक हो जाता है तो यह मौसम बैक्टीरिया और फंगस के लिए ज्यादा अच्छे होता है। कई अध्ययनों से स्पष्ट है कि 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर बैक्टीरिया और फंगस तेजी से ग्रो करते हैं। इसलिए गर्मी के दिनों में खाना जल्दी खराब हो जाता है। डॉक्टर भी ताजा बना भोजन खाने की सलाह देते हैं।
कुछ भी खाने के बाद उल्टी है मुख्य लक्षण
फूड पॉइजनिंग के मुख्य लक्षणों में पेट में तेज दर्द, हर आधे घंटे के आसपास उल्टी-दस्त, खाना न पचना आदि शामिल हैं। तुरंत उल्टी होना, सिर में तेज दर्द, ज्यादा थकान व कमजोरी, शरीर बेजान महसूस होना, शरीर का तापमान बढऩा यानी बुखार होना आदि। वैसे तो यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन बच्चों में अधिक होती है।
संक्रमण हो गया हो तो…
शरीर में पानी की कमी न होने दें। उल्टी-दस्त होने पर नारियल या नींबू पानी, ग्लूकोज, इलेक्ट्रॉल पाउडर का घोल पीते रहें। हल्का खाना जैसे सूप, खिचड़ी या गीले चावल लें। पोटैशियम से भरपूर केला भी इसमें खाने से दस्त से राहत मिलती है।