हाल ही में पेरिस में हुए विवा टेक्नॉलजी मेले में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल हुए मस्क ने कहा, “बहुत सारा सोशल मीडिया बच्चों के लिए अच्छा नहीं है.”
सोशल मीडिया से दूर रखने के लिए नियम बनाने चाहिए
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों को इन प्लेटफॉर्मों से दूर रखने के लिए नियम बनाने चाहिए. उन्होंने बताया कि बच्चे खास एल्गोरिदम के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं, जो दिमाग में खुशी का माहौल पैदा करने वाले हार्मोन ‘डोपामाइन’ को बढ़ाकर बच्चों को ज्यादा से ज्यादा देर तक सोशल मीडिया पर बनाए रखते हैं. मस्क ने माता-पिता से कहा कि वो बच्चों को देखें कि वो सोशल मीडिया पर क्या देख रहे हैं और उन्हें थोड़ा कम इस्तेमाल करने दें. नौ बच्चों के पिता मस्क ने पिछले साल माना था कि उन्होंने शायद गलती की है कि उन्होंने अपने बच्चों को सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से नहीं रोका. उन्होंने कहा था, “वो रेडिट और यूट्यूब से काफी प्रभावित हुए हैं. मुझे लगता है कि मुझे उन्हें थोड़ा कम सोशल मीडिया इस्तेमाल करने देना चाहिए था और ये भी देखना चाहिए था कि वो क्या देख रहे हैं.”
उन्होंने फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी मेटा की प्लेटफॉर्मों की भी आलोचना की थी. उनका कहना था कि इन प्लेटफॉर्मों के टूल्स की वजह से बच्चों का शोषण होता है.