शोधकर्ताओं का कहना था कि जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते हैं, स्मोकिंग-नशीले पदार्थों के आदी व हार्ट रोगियों में भी याददाश्त से जुड़ी समस्या देखने को मिली है। अच्छी मेमोरी के लिए नियमित वॉक और व्यायाम जरूरी है।
पंचरस प्रधान होता आंवला, त्रिदोष घटता है
आं वला पंचरस प्रधान द्रव्य है। आयुर्वेद में छह रस की बात की गई है। इसमें मधुर, अम्ल, तिक्त, कटू, कसाय और लवण रस है। आंवले में केवल लवण रस ही नहीं होता है। आंवला एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधीय है जो त्रिदोष नाशक यानी वात, पित्त और कफ तीनों के दोषों को शरीर से खत्म करता है।
इसकी तासीर ठंडी होने के बाद भी इसे सर्दी में खाना फायदेमंद होता है। इसको किसी भी बीमारी में खाने से रोक नहीं है। च्यवनप्राश का मुख्य द्रव्य ही आंवला है। इसलिए हर रोज आंवला खाना चाहिए। लेकिन दिसंबर के बाद से ही इसको खाना अधिक फायदेमंद होता है क्योंकि इसके बाद ही यह फल खाने योग्य तैयार होता है।