क्यों खानी चाहिए लाल रंग की सब्जियां और फल
डॉक्टर बताते हैं की लाल रंग की सब्जियां और फल फाइबर से भरपूर होती हैं। इसलिए यह वेट लॉस में काफी फायदेमंद होती हैं। वहीं इसमें कारटेनॉइड्स एंटी ऑक्सीडेंट्स, बीटा केरोटिन और विटामिंस की भरपूर मात्रा होती है। इससे बॉडी को एजिंग से बचाया जा सकता है और साथ ही कैंसर, डायबिटीज डिप्रेशन जैसी बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है। इस सबके साथ लाल रंग की सब्जियां और फल इम्यूनिटी भी बढ़ाते हैं। इसलिए इस लाल रंग को अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा शामिल करना चाहिए।
डॉक्टर बताते हैं की लाल रंग की सब्जियां और फल फाइबर से भरपूर होती हैं। इसलिए यह वेट लॉस में काफी फायदेमंद होती हैं। वहीं इसमें कारटेनॉइड्स एंटी ऑक्सीडेंट्स, बीटा केरोटिन और विटामिंस की भरपूर मात्रा होती है। इससे बॉडी को एजिंग से बचाया जा सकता है और साथ ही कैंसर, डायबिटीज डिप्रेशन जैसी बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है। इस सबके साथ लाल रंग की सब्जियां और फल इम्यूनिटी भी बढ़ाते हैं। इसलिए इस लाल रंग को अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा शामिल करना चाहिए।
1. अनार लाल रंग के फलों में अनार शामिल है अनार एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जिससे कैंसर विशेषतौर से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है। अनार में एंटी इंफ्लामेट्री यौगिक होते हैं जो सूजन को कम करता है। अनार खाने से खून की कमी को दूर करने में मदद मिलती है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है।
2. सेब सेब को स्वास्थ्य के लिए सबसे फायदेमंद फल माना जाता है। सेब में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स डायट्री फाइबर और फ्लेवेनॉएड्स होते हैं । सेब खाने से कैंसर, डायबिटीज़, हाइपरटेंशन और हार्ट की बीमारियों का खतरा कम होता है।
3. चुकंदर गहरे लाल रंग की चुकंदर आयरन से भरपूर होती है इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं । चुकंदर में प्रचुर मात्रा में फाइबर पोटाशियम विटामिन सी नाइट्रेट और फोलेट होता है। चुकंदर ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
4. टमाटर टमाटर में लाइकोपिन की मात्रा बहुत होती है, जो प्रोस्टेट कैंसर ओसोफेगस कैंसर और कोलोन कैंसर को खत्म करने में मदद करते हैं । टमाटर में विटामिन सी भी पाया जाता है. त्वचा को खूबसूरत बनाने के खाने में टमाटर जरूर शामिल करें ।
5. तरबूज तरबूज खाने से स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं तरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है जो हार्ट की बीमारियों के खतरे को कम करता है । तरबूज खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम होता है जिससे स्ट्रोक का खतरा कम होता है । तरबूज खाने से मैकुलर डिजेनरेशन और मोटापे के खतरे को भी कम किया जा सकता है।