सहजन (Drumsticks) के 10 कमाल के फायदे :
पौष्टिक तत्वों का भरपूर भंडार: सहजन की पत्तियां विशेष रूप से विटामिन ए, सी और के, साथ ही कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम का बहुत अच्छा स्रोत हैं. वास्तव में, एक कप सहजन की पत्तियों में चार गाजर से ज्यादा विटामिन ए, चार गिलास दूध से ज्यादा कैल्शियम, सात संतरे से ज्यादा विटामिन सी और तीन स्टेक से ज्यादा आयरन होता है! रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है: विटामिन सी की मात्रा अधिक होने के कारण, सहजन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और बीमारी से बचाने में मदद कर सकता है. रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित करने में मददगार: सहजन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है.
सूजन कम करने के गुण हो सकते हैं: सहजन में सूजनरोधी गुणों वाले तत्व होते हैं, जो पूरे शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत हो सकता है: सहजन एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है. यह भी पढ़ें – Blood Sugar को काबू में रखेंगे ये 5 चीजें, कोलेस्ट्रॉल भी आ जाएगा नार्मल रेंज में
हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार: सहजन कैल्शियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है, जो दोनों ही हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं. हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है: सहजन के सूजनरोधी और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.
प्राकृतिक ऊर्जा का बूस्टर हो सकता है: सहजन विटामिन बी का अच्छा स्रोत है, जो ऊर्जा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है. पाचन क्रिया में सहायक: सहजन में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है.
त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार: सहजन में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. यह भी पढ़ें – अगर आपको डायबिटीज या प्री-डायबिटीज है तो खाली पेट ये 3 चीजें ना खाएं
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सहजन के कई संभावित स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है. फिर भी, यह एक पौष्टिक भोजन है जो स्वस्थ आहार में शामिल करने के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है!
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।