खानपान मुख्य वजह
होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. ए.के. अरुण के अनुसार शरीर के किसी हिस्से में पथरी बनने के कुछ कारण होते हैं जैसे खानपान कैसा है, वातावरण ज्यादा गर्म तो नहीं है और दूसरा शरीर ज्यादा रसायन तो नहीं बना रहा आदि। खाने में ऑक्जेलिक और यूरिक एसिड वाली चीजें जैसे पत्तेदार और खट्टी चीजें संतुलित मात्रा में खाएं और जिन्हें बार-बार पथरी बनती है वे कुछ दिनों तक इनका परहेज करें। कम पानी पीना भी पथरी का कारण है। वैसे 2-3 लीटर पानी एक वयस्क के लिए जरूरी है।
होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. ए.के. अरुण के अनुसार शरीर के किसी हिस्से में पथरी बनने के कुछ कारण होते हैं जैसे खानपान कैसा है, वातावरण ज्यादा गर्म तो नहीं है और दूसरा शरीर ज्यादा रसायन तो नहीं बना रहा आदि। खाने में ऑक्जेलिक और यूरिक एसिड वाली चीजें जैसे पत्तेदार और खट्टी चीजें संतुलित मात्रा में खाएं और जिन्हें बार-बार पथरी बनती है वे कुछ दिनों तक इनका परहेज करें। कम पानी पीना भी पथरी का कारण है। वैसे 2-3 लीटर पानी एक वयस्क के लिए जरूरी है।
बाहरी फूड खाने वाले ज्यादा पानी पीएं
जो लोग बाहरी फूड ज्यादा खाते हैं उन्हें 3-4 लीटर रोज पानी पीना चाहिए ताकि बाहरी फूड में जो रसायन होते हैं वे बाहर निकल सके। किडनी में न फंसें। अगर बार-बार पथरी बनने की बात है तो यह नहीं कहा जा सकता है कि आगे पथरी नहीं बनेगी लेकिन इन सावधानियाें का ध्यान रखकर इससे बचाव संभव है। होम्योपैथी में कुछ दवाइयों भी इससे बचाव करती हैं। डॉक्टरी सलाह लें।
जो लोग बाहरी फूड ज्यादा खाते हैं उन्हें 3-4 लीटर रोज पानी पीना चाहिए ताकि बाहरी फूड में जो रसायन होते हैं वे बाहर निकल सके। किडनी में न फंसें। अगर बार-बार पथरी बनने की बात है तो यह नहीं कहा जा सकता है कि आगे पथरी नहीं बनेगी लेकिन इन सावधानियाें का ध्यान रखकर इससे बचाव संभव है। होम्योपैथी में कुछ दवाइयों भी इससे बचाव करती हैं। डॉक्टरी सलाह लें।