आनंदा कहती हैं कि नृत्य उनकी आत्मा में बसा है। जिसे करने से थकान नहीं
बल्कि सुकून और आराम मिलता है। नृत्य ही मेरा जीवन है। डॉ. आनंदा का मानना
है कि कैंसर रोगियों को सामान्य दिनचर्या अपनाने के लिए प्रेरित करना
चाहिए। अपनी कला को हथियार बनाकर कैंसर की जंग बहादुरी के साथ जीती जा सकती
है।
•Jun 29, 2015 / 02:18 pm•
sangita chaturvedi
Hindi News / Health / नृत्य से दी कैंसर को मात