Doctor Reveals How to Prevent Cardiac Arrest : हृदय रोग (Heart disease) दुनियाभर में मौत और अपंगता का मुख्य कारण बन चुके हैं. इनमें से खास चिंता का विषय है अचानक होने वाला दिल का दौरा (Cardiac arrest), जो लक्षण दिखने के एक घंटे के अंदर ही हो सकता है. चिंता की बात ये है कि कई बार स्वस्थ दिखने वाले लोगों को भी ये दौरा पड़ सकता है. ये जोखिम स्वस्थ लोगों के साथ-साथ उन लोगों के लिए भी है जिन्हें पहले से हृदय संबंधी बीमारियां हैं.
•Feb 16, 2024 / 02:21 pm•
Manoj Kumar
Doctor Reveals How to Prevent Cardiac Arrest : अचानक हृदय गति रुकना (SUDDEN CARDIAC ARREST) तब होता है जब दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और अचानक रुक जाती है। इससे सांस लेना भी बंद हो जाता है। यह स्थिति तब भी हो सकती है जब दिल की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol in arteries) या अन्य जमाव जम जाते हैं, जिससे दिल तक रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। कभी-कभी हार्ट अटैक के बाद अचानक हृदय गति रुक सकती है।
- अचानक हृदय गति रुकना युवाओं में भी असामान्य नहीं है और तेजी से बढ़ रहा है।
- लगभग 80% मामले कोरोनरी धमनी रोग से ग्रस्त लोगों में होते हैं।
- अगर एंजियोग्राफी की जाए तो इन लोगों में धमनियों में संकुचन या रुकावट दिखती है। फिर भी उनमें से ज्यादातर को हार्ट अटैक (Heart attack) नहीं आता है, जिसे चिकित्सकीय भाषा में कोरोनरी धमनी का अचानक ब्लॉक और हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाना कहा जाता है।"
- ज्यादातर मामलों का संबंध हार्ट अटैक (Heart attack) से नहीं होता, बल्कि यह मुख्य रूप से असामान्य दिल की धड़कन, जैसे वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया और वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन के कारण होता है।
बचाव के उपाय:
जोखिम कम करें: हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करें (Control high blood pressure) , धूम्रपान छोड़ें, डायबिटीज (Diabetes) का इलाज करें, वजन घटाएं, नियमित व्यायाम करें और हेल्दी खाना खाएं। ये आदतें दिल की धमनियों को स्वस्थ रखती हैं।
जल्दी पहचान: 40 साल से ऊपर के लोगों को हर तीन साल में हृदय जांच करानी चाहिए। पारिवारिक इतिहास या जोखिम वाले लक्षणों वालों को जल्दी जांच कराएं।
जरूरी दवाएं: हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी समस्याओं में डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लें।
बचाव के उपाय:
डिफाइब्रिलेटर: हाई रिस्क वाले लोगों को डॉक्टर डिफाइब्रिलेटर लगाने की सलाह दे सकते हैं, जो अचानक हृदय गति रुकने पर जान बचा सकता है।
युवाओं की जांच: टीनएजर्स और 20 साल के युवाओं में हृदय की मांसपेशियों की बीमारी अचानक हृदय गति रुकने का कारण हो सकती है। इसलिए नियमित जांच कराएं।
सीपीआर सीखें: अचानक हृदय गति रुकने पर तुरंत सीपीआर देने से जान बचाई जा सकती है। इसलिए सीपीआर का प्रशिक्षण लें।
सार्वजनिक स्थानों पर डिफाइब्रिलेटर: सार्वजनिक जगहों पर ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफाइब्रिलेटर होने से तेजी से मदद मिल सकती है।
नियमित व्यायाम: सही तरीके से किया गया नियमित व्यायाम हृदय के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन हाई इंटेंसिटी वाले ورزش करने वाले खिलाड़ियों को नियमित जांच जरूरी है।
जल्दी जांच का महत्व
दूसरी रोकथाम रणनीति में हृदय रोग और जोखिम कारकों के लिए जल्दी और नियमित जांच शामिल है। 40 साल की उम्र के बाद हर तीन साल में जांच कराने की सलाह दी जाती है, या पारिवारिक इतिहास या उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए पहले भी कराई जा सकती है। खासकर उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसी स्थितियों के लिए, जरूरी हो सकती हैं।
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