विटामिन सी से भरपूर संतरे का रस बुखार कम करने के साथ ही आपको स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद होता है। वायरल बुखार में संतरे के जूस का सेवन रोगी की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी करके बुखार से लड़ने में मदद करता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जब भी जूस पीना हो ताजा निकाला हुआ संतरे का जूस ही पिएं।
2. सूखे मेवे
वायरल बुखार से पीड़ित व्यक्तियों के लिए ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि सूखे मेवों में जिंक की पर्याप्त मात्रा मौजूद होने के कारण इनके सेवन से रोगी को ऊर्जा मिलने के साथ ही बुखार कम करने में मदद मिलती है। सूखे मेवों में आप किस में तथा बादाम का सेवन कर सकते हैं।
3. हरी सब्जियों का सेवन
वायरल बुखार में रोगी के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां खाना फायदेमंद हो सकता है। पानी की पर्याप्त मात्रा मौजूद होने के कारण हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से रोगी को जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलती है और शरीर में पानी की कमी की पूर्ति भी हो जाती है। हालांकि, बुखार में रोगी का कुछ भी खाने का मन नहीं करता है, ऐसे में आप सब्जियों का सूप बनाकर भी सेवन कर सकते हैं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वायरल बुखार में जिस भी सब्जी का सेवन करें वह अच्छी तरह से धुली हुई, उबली और पकी हुई चाहिए।
4. दही
वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित व्यक्ति तथा बुखार में दही का सेवन फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि दही में बैड बैक्टीरिया को खत्म करने की क्षमता होती है। इसलिए वायरल फीवर से पीड़ित व्यक्ति दही का सेवन करके बुखार से लड़ने के साथ ही पाचन क्रिया को भी दुरुस्त कर सकता है।
5. लहसुन
सब्जी, दाल आदि में लहसुन का इस्तेमाल करने से उनका स्वाद भर जाता है। लेकिन जायका बढ़ाने के साथ ही लहसुन कई स्वास्थ्य समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। लहसुन में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व जैसे विटामिन बी, विटामिन सी, कैल्शियम, सेलेनियम, मैग्नीशियम तथा फास्फोरस आदि पाए जाते हैं। एंटीवायरल एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुणों से भरपूर लहसुन का सेवन करने से सर्दी-खांसी, सूजन तथा वायरल फीवर से बचा जा सकता है। वायरल फीवर होने पर लहसुन का सेवन कच्ची चटनी के रूप में किया जा सकता है।