अगर आपको डायबिटीज या प्री-डायबिटीज है तो खाली पेट ये 3 चीजें ना खाएं
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नाश्ते में ब्रेड, टोस्ट, खारी और फलों का जूस भी ब्लड शुगर (Blood sugar) को खराब कर सकते हैं. दरअसल, जल्दी पचने वाले (हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स) वाले खाने खाली पेट खाने से बचें. ये शुगर लेवल (Sugar level) को तेजी से बढ़ा सकते हैं.
Diabetic Diet : अक्सर नाश्ते में ब्रेड-टोस्ट, फल या फलों का जूस लिया जाता है. लेकिन अगर आप थोड़े भी स्वास्थ्य के प्रति सजग हैं, तो ये जान लें कि विशेषज्ञों के मुताबिक, नास्ते में फल सबसे खराब चीजों में से एक है। सुबह जल्दी, हार्मोनल बदलावों के कारण शरीर में ब्लड शुगर (Blood sugar) का लेवल अक्सर अनियंत्रित रहता है. इसलिए फल, शहद और बिस्कुट नाश्ते में सबसे खराब चीजें हैं।
यही नहीं, सिर्फ ये ही नहीं बल्कि ब्रेड, टोस्ट, खारी, फलों का जूस आदि भी ब्लड शुगर (Blood sugar) लेवल को खराब कर सकते हैं और इन्हें नाश्ते में नहीं लेना चाहिए. विशेषज्ञों के मुताबिक कोई भी खाना जो उसमें मौजूद शुगर को जल्दी रिलीज करता है (उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला भोजन) खासकर खाली पेट खाने से बचना चाहिए. इससे शरीर में शुगर (Blood sugar) का लेवल अचानक बढ़ जाएगा और शुगर कंट्रोल बिगड़ जाएगा।
सफेद या गेहूं का ब्रेड: इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है और ये ज्यादा प्रोसेस्ड फूड होते हैं जिनमें कोई पोषक तत्व या फाइबर नहीं होता.
फलों का जूस: (ताजा या पैकेट वाला) प्राकृतिक शुगर से भरे होते हैं. इनमें भले ही विटामिन, मिनरल और फाइबर होते हैं, लेकिन खाली पेट के लिए ये ठीक नहीं हैं. डॉक्टर पटेल का कहना है कि “पूरे फल को दिन में बाद में स्नैक के तौर पर लिया जा सकता है.
मकई के टुकड़े/अनाज बार/मूसली : भले ही इन खाद्य पदार्थों को प्रोटीन/बिना अतिरिक्त चीनी/millets से भरपूर बताया जाता है, “हमें फिर भी सामग्री की पूरी लिस्ट जरूर देखनी चाहिए. आमतौर पर, इन उत्पादों में चीनी की मात्रा ज्यादा होती है (कंपनियां चीनी की मात्रा छिपाने के लिए अलग-अलग तरह के नामों का इस्तेमाल करती हैं).
फलों में भले ही फाइबर होता है, लेकिन जूस बनाने की प्रक्रिया इसे खत्म कर देती है, जिससे सिर्फ शुगर बचती है जो ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकती है. “फलों का जूस ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकता है क्योंकि इसमें शुगर के अवशोषण को धीमा करने वाला फाइबर नहीं होता है।
इसके अलावा, खाली पेट पेस्ट्री और मीठी बेकरी की चीजें जैसे क्रोइसैन, मफिन और मीठी रोल खासकर डायबिटीज या प्री-डायबिटीज वालों के लिए बहुत नुकसानदायक होती हैं क्योंकि इनमें चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होते हैं. “समय के साथ, ये भोजन इंसुलिन प्रतिरोध पैदा कर सकते हैं, जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करना और भी मुश्किल हो जाएगा।
अगर आप अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो सुबह के नाश्ते में प्रोटीन, हेल्दी फैट और फाइबर वाली चीजें खाएं. उदाहरण के लिए आप दलिया, अंडे, मेवे या दही खा सकते हैं.
नाश्ते के लिए ये विकल्प हैं बेहतर:
मेवे और बीज
दाल से बनी चीजें (जैसे – दाल चीला)
प्रोटीन और कार्ब्स का मिश्रण (जैसे – सब्जी पराठा और दही)
नाश्ते में संतुलित आहार लेना जरूरी है. पूरे दिन ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर और सब्जियों को अपने नाश्ते में शामिल करें. आप चाहें तो लो-शुगर वाले सीरियल, थोड़े फल या मेवे भी नाश्ते में ले सकते हैं.
सलाह: बेहतर होगा कि आप किसी डाइटीशियन से मिलें वो आपको बताएंगे कि आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं.
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