टाइप टू डायबिटीज के लिए हो सकते हैं कुछ खास लक्षण टाइप टू डायबिटीज के कुछ खास लक्षण आपके उंगली और हाथों पर नजर आ सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज में आपको अधिक से अधिक प्यास लग सकती है। बार-बार पेशाब आ सकता है। नींद थकान और किसी भी काम को ना करने की इच्छा जैसे समस्या पैदा हो सकती है। टाइप टू डायबिटीज के अंदर आपके वजन का घटना भी काफी तेजी से होता है। ऐसा माना जाता है कि टाइप टू डायबिटीज को ठीक करना संभव नहीं है परंतु कुछ परहेज और उपाय को अपनाकर इस पर कंट्रोल पाया जा सकता है।
इस डायबिटीज में आप ये सब परहेज जरूर अपनाए
रोजाना सुबह वॉक पर जाना, कुछ समय एक्सरसाइज करना ये सारी ऐसी चीजें हैं जिन्हें अपनाकर आप टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल में कर सकते हैं। वहीं खान-पान कि बात करें तो ज्यादा चीनी युक्त भोजन न करना, वहीं फलों का सेवन नियमित रूप से करना। ये सारी ऐसी चीजें हैं जिन्हें जरूर फॉलो करना चाहिए।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कई प्रकार के लक्षण होते हैं परंतु आजकल एक नया लक्षण सामने आ रहा है जो आपके हाथों और उंगलियों पर नजर आ सकता है। डायबिटीज की समस्या मैं आपके हाथ और उंगलियां सुन्न पड़ सकती हैं। कुछ समय के लिए इन में झनझनाहट महसूस हो सकता है। कलाई तथा जोड़ों में आपको दर्द महसूस हो सकता है। इस प्रकार की सभी समस्या आपको डायबिटीज में नजर आ सकती हैं।
हम जो भोजन करते हैं उससे, शरीर को ग्लूकोज प्राप्त होता है जिसे कोशिकाएं शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में उपयोग करती हैं। यदि शरीर में इंसुलिन मौजूद नहीं होता है तो वे अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती हैं और ब्लड से कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं पहुंचा पाती हैं। जिसके कारण ग्लूकोज ब्लड में ही इकट्ठा हो जाता है ।
त्वचा पर होने वाली समस्या
शरीर में शुगर लेवल बढ़ने से इंसान को बार बार पेशाब आने लगती है। डायबिटीज से मरीजे के शरीर में पानी का स्तर भी बार बार कम होने लगता है जिसेस डीहाइड्रेशन की समस्या भी हो जाती है। इसी डीहाइड्रेशन की वजह से मरीज की त्वचा पर सीधा असर होता है और त्वचा में रूखापन दिखाई देने लगाता है।
हाथों और उंगलियों में दिखता है यह लक्षण अगर आपके हाथों एलर्जी जैसी कोई समस्या हो रही है । या कुछ दाना दाना सा हो रहा है तो इन लक्षणों को गंभीर मान कर आप एक बार डायबिटीज का चेकअप करवा सकतें हैं ।
साथ ही अगर आपकी उंगलियों में कुछ लाल लाल होने लगे और उंगलियां काफी ड्राई होने लगें तो आपको सीरियस होकर एक बार डाक्टर से जरूर सलाह लेने की जरुरत है। इस बिमारी से बचने के लिए आप घरेलू नुस्खों को तो अपना ही सकते हैं । परंतु बिना डॉक्टर के सलाह के आपको किसी दवाईयों का सेवन नहीं करना चाहिए।