मिथ 1: ओरल हेल्थ का दूसरे बीमारियों से कोई असर नहीं होता
अक्सर शरीर में आने वाली कई बीमारियों का संकेत ओरल हेल्थ के द्वारा मिल जाता है, लेकिन व्यक्ति इन संकेतों को अनदेखा या इग्नोर कर देता है। जिस प्रकार हम बॉडी के अन्य पार्ट्स की केयर करते हैं या उसमें कोई भी परेशानी आने पर डॉक्टर के पास जाते हैं, उसी तरह यदि दांतों या डेंटल डाइजीन में कोई भी समस्या आती है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करने कि जरूरत होती है, ताकि इसका असर ओरल हेल्थ या शरीर के किसी भी अन्य हिस्सों के उपर न पड़े।
अक्सर शरीर में आने वाली कई बीमारियों का संकेत ओरल हेल्थ के द्वारा मिल जाता है, लेकिन व्यक्ति इन संकेतों को अनदेखा या इग्नोर कर देता है। जिस प्रकार हम बॉडी के अन्य पार्ट्स की केयर करते हैं या उसमें कोई भी परेशानी आने पर डॉक्टर के पास जाते हैं, उसी तरह यदि दांतों या डेंटल डाइजीन में कोई भी समस्या आती है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करने कि जरूरत होती है, ताकि इसका असर ओरल हेल्थ या शरीर के किसी भी अन्य हिस्सों के उपर न पड़े।
मिथ 2: हार्ड ब्रिसल्स दांतों को अच्छे से क्लीन करने में होते हैं मददगार: कई लोगों का ये मानना होता है कि यदि वे हार्ड ब्रिसल्स का इस्तेमाल करते हैं तो इससे उनके दांत और मसूड़े लंबे समय तक स्वस्थ रहेंगें लेकिन ये गलत है। हार्ड ब्रिसल्स का इस्तेमाल दांतों को बहुत के साथ मसूड़ों को नुकसान पंहुचा सकता है। इसलिए दांतों को साफ़ रखने के लिए हमेसा सॉफ्ट ब्रिसल्स का ही इस्तेमाल करें।
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डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।