दरअसल कोरोनावायरस की शुरुआत के साथ ही बच्चों का घर से बाहर निकलना बंद हो गया है।बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन हो रही है। इस कारण वे अधिकतर समय मोबाइल फोन में बिताते हैं। ऐसे में उनका बॉडी पोस्चर खराब हो सकता है। इसलिए बच्चों को फिट और तंदुरुस्त रखने के लिए कुछ योगासन कराने चाहिए। जिससे बच्चों का बॉडी पोस्चर भी ठीक रहे और उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहे।
यह भी पढ़ें – मोटापा कम करना है तो शहद के साथ करें इन चीजों का सेवन। चक्रासन करवाएं – बच्चों को चक्रासन का नियमित अभ्यास कराना चाहिए। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फायदेमंद होता है। इससे बच्चों का बॉडी पोस्चर भी ठीक रहता है। हालांकि शुरुआत में बच्चे इस आसन को धीरे-धीरे कर सकते हैं। लेकिन बाद में यह आसान बहुत आसान हो जाता है।
यह भी पढ़ें – सुबह दौड़ लगाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान ताकि घुटनों में नहीं होगा दर्द। इस तरह करें – इस योगासन में सबसे पहले जमीन पर मेट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। फिर अपने दोनों घुटने को मोड़े और दोनों पैरों के बीच 10 से 12 इंच की दूरी बनाकर रखें। इसके बाद बांह उठाएं और दोनों कोहनियों को मोड़ लें। अब अपनी दोनों हथेलियों को जमीन पर सिर के पास रखें। लंबी गहरी सांस लेते हुए शरीर को ऊपर उठाएं। इसके बाद पीठ को मोड़े, सिर को हल्का और लटकता हुआ छोड़ दें। इस अवस्था में धीरे-धीरे सांस ले और फिर छोड़े। ऐसी स्थिति में कुछ सेकंड रुकने के बाद सामान्य अवस्था में आने के लिए सिर को धीरे धीरे जमीन पर टिकाएं। इस प्रक्रिया को आप तीन से पांच बार तक दोहरा सकते हैं। यह आसन थोड़ा कठिन जरूर है। लेकिन इसका अभ्यास धीरे-धीरे करने से यह बहुत फायदेमंद ओर आसान होगा।
यह भी पढ़ें – चमकदार ग्लोइंग त्वचा के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय। ताड़ासन करें – बच्चों के विकास के लिए ताड़ासन बहुत फायदेमंद होता है। इसे रोजाना करने से बॉडी पोस्चर एकदम ठीक हो जाता है। अगर बच्चे गैजेट्स के ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। तो उनका पोस्चर खराब हो जाता है। जिसे ठीक करने में यह आसन काफी मदद करता है। इसे खड़े होकर किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें – सांवली त्वचा में भी आएगा जमकर ग्लो, केवल चेहरे पर लगाएं यह उबटन। इस तरह करें – ताड़ासन करने के लिए सबसे पहले आप सीधे लेट जाएं। फिर रीड की हड्डी, गर्दन और कमर को एकदम सीधा रखें। दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं और दोनों हाथों को इंटरलॉक कर ले। लंबी सांस लेते हुए शरीर को ऊपर की ओर खींचे। इस दौरान आपकी उंगली से लेकर पैर तक की उंगलियों का खिंचाव महसूस होना चाहिए। कुछ देर इसी अवस्था में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में आएंगे।
पर्वतासन करें- पर्वतासन करने के लिए आप पहले वज्रासन में बैठ जाएं। इसके बाद दोनों हथेली और तलवों को जमीन पर रखें। फिर सांस लेते हुए अपने शरीर को त्रिकोणीय आकार की तरह ऊपर उठाएं। इस आसन से आपके शरीर का आकार पर्वत की तरह नजर आएगा। इस अवस्था में रहकर सांस ले और छोड़ें। इसके बाद धीरे-धीरे फिर वज्रासन में आ जाएं। इस प्रक्रिया को भी तीन से पांच बार कर सकते हैं। इसके नियमित अभ्यास से बच्चों का आकार सही रहता है। कंधे मजबूत होते हैं और पेट से संबंधित रोगों में भी लाभ होता है। रोजाना करने से ब्लड सरकुलेशन भी बेहतर रहता है।
हस्त पादासन करें – हस्त पादासन शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसमें हस्त का अर्थ है हाथ, पाद का अर्थ पैर और आसन का मतलब है योग। यानी यह हाथ और पैरों का एक योगासन है। इसे आगे की तरफ झुक कर किया जाता है। इसमें दोनों हाथ से दोनों पैरों को छूना रहता है।
इस तरह करें – इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक योगा मैट पर खड़े हो जाएं। फिर अपने दोनों पैरों का आपस में मिलाकर रखें। लेकिन एड़िया एक दूसरे से स्पर्श करें। फिर सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। अब सांस छोड़ते हुए पहले आगे और फिर नीचे की तरफ झुके। इस दौरान अपने सिर को घुटनों पर टिकाने की कोशिश करें। हथेलियां पैरों के पास जमीन पर रखें। इस अवस्था में कुछ सेकंड रहने के बाद प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं। यह आसन भी आप 3 से 5 बार तक दौहरा सकते हैं। इस प्रकार उक्त उपाय करने से आपके बच्चे का बॉडी पोस्चर ठीक हो जाएगा। हालांकि शुरुआत में यह अभ्यास कराने के लिए आपको बच्चों की मदद करनी पड़ेगी। लेकिन बाद में वह खुद कर पाएंगे।