क्यों न लें स्टेरॉयड
ये मांसपेशियों व हृदय के आकार में परिवर्तन कर सकते हैं। धमनियां कमजोर होने और इनमें रुकावट से हृदय की पंपिंग क्षमता कमजोर होती है। हार्ट अटैक की आशंका बढ़ती है। लिवर, किडनी व टेस्टिकल का सिकुडऩा, पुरुषों में भी बांझपन व शुक्राणुओं की कमी और महिलाओं में पीरियड्स अनियमित हो सकता है।
ये मांसपेशियों व हृदय के आकार में परिवर्तन कर सकते हैं। धमनियां कमजोर होने और इनमें रुकावट से हृदय की पंपिंग क्षमता कमजोर होती है। हार्ट अटैक की आशंका बढ़ती है। लिवर, किडनी व टेस्टिकल का सिकुडऩा, पुरुषों में भी बांझपन व शुक्राणुओं की कमी और महिलाओं में पीरियड्स अनियमित हो सकता है।
बेवजह प्रोटीन न लें
सामान्य व्यक्ति वजन के हिसाब से प्रति किग्रा 0.75-1.0 ग्राम प्रोटीन ले सकता है। औसतन एक दिन में पुरुष 55 ग्राम व महिला 45 ग्राम प्रोटीन ले। बुजुर्गों को वजन के हिसाब से 1.2 ग्राम प्रोटीन लें। वहीं एक एथलीट अपने वजन से दोगुने ग्राम तक प्रोटीन ले सकता है।
सामान्य व्यक्ति वजन के हिसाब से प्रति किग्रा 0.75-1.0 ग्राम प्रोटीन ले सकता है। औसतन एक दिन में पुरुष 55 ग्राम व महिला 45 ग्राम प्रोटीन ले। बुजुर्गों को वजन के हिसाब से 1.2 ग्राम प्रोटीन लें। वहीं एक एथलीट अपने वजन से दोगुने ग्राम तक प्रोटीन ले सकता है।
इनसे आपूर्ति
एक अंडे में 70 कैलोरी व 6.3 ग्राम प्रोटीन होता है। काब्र्स के स्रोत केले में भरपूर पोटैशियम होता है। एक या दो शकरकंद भूनकर खाएं। मौसमी फल व सब्जियों से बने सलाद, रोज एक चम्मच घी ताकत देते और फैट ब्रेक करते हैं। व्यायाम के 15 मिनट बाद 20-25 ग्राम प्रोटीन व 30-35 ग्राम कार्ब लेना ठीक रहता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।