पाचन की समस्या से लगभग हर दूसरा व्यक्ति परेशान रहता है। ऐसे में पुदीने की चाय पाचन संबंधी समस्याओं से कुछ हद तक आराम दे सकती है । इसी वजह से पुदीने को पेट के लिए एक हर्बल औषधि की तरह उपयोग किया जाता रहा है । वैसे, कई शोध कहते हैं कि पेपरमिंट-टी डाइजेशन के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इसमें मौजूद कौन-सा तत्व पाचन के लिए लाभदायक होता है
पुदीने का उपयोग ताजा सांस पाने के लिए भी किया जा सकता है। एक स्टडी में कहा गया है कि पुदीना मुंह की बदबू को दूर करके ताजगी भरी सांस देने में मदद कर सकता है । दरअसल पुदीने में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के पैथोजन बैक्टीरिया को दूर कर मुंह की बदबू से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है । इसके अलावा पुदीने में मौजूद मेंथॉल की वजह से इससे ताजगी का एहसास मिलता है जिस वजह से माउथ फ्रेशनर व माउथ वॉश के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है । इसी आधार पर कहा जा सकता है कि पुदीना चाय का सेवन भी मौखिक स्वास्थ्य के लिए प्रभावकारी है।
बंद नाक की समस्या को कम करने के लिए भी पुदीने की चाय का इस्तेमाल किया जा सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया है कि पेपरमिंट में मौजूद सक्रिय यौगक एल-मेंथॉल एयर फ्लो को बढ़ाकर बंद नाक की समस्या में सुधार कर सकता है । ऐसे में यह माना जा सकता है कि नाक बंद होने पर पुदीने चाय का सेवन करना और इसकी भाप लेना लाभकारी हो सकता है।
पुदीने की चाय मासिक धर्म में होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में सहायक हो सकती है। मासिक धर्म के ऐंठन की समस्या से जूझ रही 127 छात्राओं को पेपरमिंट एक्स्ट्रेक्ट लेने के बाद दर्द में कमी महसूस हुई । इसके आलावा पुदीने की पत्तियों में एनाल्जेसिक यानी दर्दनिवारक गुण होता है जो दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है । इसी आधार पर कहा जा सकता है कि पीरियड्स के दौरान पुदीना चाय का सेवन असरदार हो सकता है।