मैथी हर रसोई में मौजूद होती है और यह माहवारी के दर्द से राहत दिलाने का पुराना नुस्खा है। एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के दानें रात भर भिगोएं। अगली सुबह, यदि संभव हो तो बीज के साथ इस पानी को पी जाएं। या फिर आप चाहें तो मेथी के बीज बाहर निकाल सकती हैं। टेस्ट के लिए इसमें एक चुटकी काला नमक भी डाल सकती हैं।
अजवायन
रसोई में मौजूद यह आसान सी जड़ी बूटी मांसपेशियों और पेट की ऐंठन से निपटने में बहुत प्रभावी है। मासिक धर्म के कारण या पाचन संकट के कारण दोनों ही तरह के पेट दर्द में अजवायन राहत देती है। पानी में 2 चुटकी अजवायन की डालें और इसे उबाल लें जब तक कि यह आधे से कम न हो जाए। शहद मिलाएं और दिन में दो से तीन बार पिएं।
एक चम्मच मेथी के दानों में 35 कैलरी, 3 ग्राम फाइबर, 3 ग्राम प्रोटीन, 6 ग्राम कार्ब्स व 1 ग्राम फैट के अलावा आयरन, मैंग्नीज और मैग्नीशियम, थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पिरिडॉक्साइन, फॉलिक एसिड, विटमिन ए-सी पाया जाता है।
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अजवाइन के फायदे अजवाइन में ऐसे सक्रिय तत्व होते हैं जो पाचन क्रिया में मदद करते हैं, क्योंकि ये आँत से पेट के लिए फायदेमंद रसायन का निकलना तेज करते हैं और उससे आँत में खाना जल्दी पच जाता है। फाइबर होने के कारण अजवाइन पाचन क्रिया को दुरुस्त रखकर जरूरी विटामिनों और खनिजों की उपलब्धता बनाए रखता है।