बथुआ, जो सर्दी के मौसम में आसानी से उपलब्ध होने वाला है, एक ऐसा पौष्टिक साग है जिसे आयुर्वेद विशेषज्ञों ने सेहत के लाभ के लिए सराहा है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, विटामिन बी, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे नियमित आहार में शामिल करके कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव किया जा सकता है, जैसे कि कब्ज, पेट दर्द, और त्वचा की सुरक्षा में मदद करना। इसे विभिन्न रूपों में खाया जा सकता है, जैसे कि साग, सूप, जूस, और सब्जी।
•Dec 16, 2023 / 12:31 pm•
Manoj Kumar
बथुआ, जो सर्दी के मौसम में आसानी से उपलब्ध होने वाला है, एक ऐसा पौष्टिक साग है जिसे आयुर्वेद विशेषज्ञों ने सेहत के लाभ के लिए सराहा है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, विटामिन बी, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे नियमित आहार में शामिल करके कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव किया जा सकता है, जैसे कि कब्ज, पेट दर्द, और त्वचा की सुरक्षा में मदद करना। इसे विभिन्न रूपों में खाया जा सकता है, जैसे कि साग, सूप, जूस, और सब्जी।
बथुआ के साग में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी 2, बी 3, बी 5, विटामिन सी, कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस, पोटैशियम और सोडियम आदि पाया जाता है।
बथुए का साग खाने से त्वचा में निखार आता, कई रोगों से बचाव होता है।
बथुए का साग खाना न केवल अनियमित माहवारी में मददगार है बल्कि पेट दर्द भी कम करता है। बथुआ शरीर को डिटॉक्स करने का काम भी करता है।
सर्दी के मौसम में बथुए का साग मिलता है। आयुर्वेद विशेषज्ञों की मानें तो इसको नियमित आहार में शामिल करने से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। बथुए में विटामिन सी भरपूर मात्रा में मिलता है। इसके साग में सेंधा नमक डालकर खाते हैं तो लाभ दोगुना हो जाता है।
जिन्हें कब्ज रहती है। वे इसको उबालकर हल्का सेंधा नमक मिलाकर खाएं।
कैसे खाएं : इसे साग के रूप में खाना सबसे पौष्टिक होता है। परांठा, रोटी के तैयार आटे में भी मिलाकर गूंथ सकते हैं। सूप और जूस बनाकर भी ले सकते हैं। सब्जी और दालों में भी मिलाकर खाना फायदेमंद होता है।
Hindi News / Photo Gallery / Health / बथुए के साग में ये चीज मिलाने से दोगुना बढ़ जाता है स्वाद और गुणवत्ता