ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने वाले फूड्स नट्स और कुछ बीजों को खाना जहां शरीर को एनर्जी दे सकता है वहीं ये ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में भी मदद करता है। 2. मशरूम
मशरूम में प्रोटीन की एक अच्छी मात्रा होती है। ये इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ फेफड़ों के हेल्दी रखने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें आयरन जिंक कैल्शियम पोटेशियम और मैग्नीशियम है जो कि ब्लड सेल्स को हेल्दी रखने में हमारी मदद कर सकते हैं।
मशरूम में प्रोटीन की एक अच्छी मात्रा होती है। ये इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ फेफड़ों के हेल्दी रखने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें आयरन जिंक कैल्शियम पोटेशियम और मैग्नीशियम है जो कि ब्लड सेल्स को हेल्दी रखने में हमारी मदद कर सकते हैं।
3 . स्प्राउट्स में नींबू मिला कर खाएं
नाश्ते में रोजाना स्प्राउट्स खाना शरीर में एनर्जी देने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में भी मद करता है। इसके लिए आप मूंग मेथी चना और कई प्रकारों के दालों को अंकुरित करके खा सकते हैं।
नाश्ते में रोजाना स्प्राउट्स खाना शरीर में एनर्जी देने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में भी मद करता है। इसके लिए आप मूंग मेथी चना और कई प्रकारों के दालों को अंकुरित करके खा सकते हैं।
4. ब्रोकली
ब्रोकली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, इसमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो फेफड़ों के सूजन को रोकने में मदद करते हैं। ये शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम कर सकता है और ब्लड सेल्स और टिशूज को हेल्दी रखने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ब्रोकली में सल्फोराफेन पाया जाता है जो कि लंग्स सेल्स को बाहरी टॉक्सीन्स के नुकसान से बचाता है। साथ ही इसके काम काज को तेज करता है। इसलिए फेफड़ों को सही रखने के लिए ब्रोकली का सेवन करें। इसे आप अपने सलाद और सूप में मिला सकते हैं।
ब्रोकली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, इसमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो फेफड़ों के सूजन को रोकने में मदद करते हैं। ये शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम कर सकता है और ब्लड सेल्स और टिशूज को हेल्दी रखने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ब्रोकली में सल्फोराफेन पाया जाता है जो कि लंग्स सेल्स को बाहरी टॉक्सीन्स के नुकसान से बचाता है। साथ ही इसके काम काज को तेज करता है। इसलिए फेफड़ों को सही रखने के लिए ब्रोकली का सेवन करें। इसे आप अपने सलाद और सूप में मिला सकते हैं।
5. पालक-चुकंदर-गाजर स्मूदी
पालक में प्रोटीन होने के साथ एंटीऑक्सीडेंट हाइपोग्लाइसेमिक और हाइपोलिपिडेमिक गुण होता है। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है। साथ ही ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है। वहीं चुकंदर में चुकंदर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला नाइट्रिक ऑक्साइड होता है जो रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है और ऑक्सीजन के सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इसके अलावा गाजर का एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और टिशूज में को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में मददगार है। इस तरह इन तमाम चीजों का सेवन कर आप अपने शरीर में ऑक्सीजन लेवल को सही रख सकते हैं। इसके अलावा घर में ही प्राणायाम या फिर फेफड़ों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करें। घर के बाहर मास्क लगा कर जाएं।
पालक में प्रोटीन होने के साथ एंटीऑक्सीडेंट हाइपोग्लाइसेमिक और हाइपोलिपिडेमिक गुण होता है। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है। साथ ही ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है। वहीं चुकंदर में चुकंदर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला नाइट्रिक ऑक्साइड होता है जो रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है और ऑक्सीजन के सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इसके अलावा गाजर का एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और टिशूज में को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में मददगार है। इस तरह इन तमाम चीजों का सेवन कर आप अपने शरीर में ऑक्सीजन लेवल को सही रख सकते हैं। इसके अलावा घर में ही प्राणायाम या फिर फेफड़ों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करें। घर के बाहर मास्क लगा कर जाएं।