एम्बुलेंस चालक, नर्स, शिक्षक, यातायात पुलिस, अपराध शाखा के अधिकारी, आइटी पेशेवर आदि ने जीवन बचाने के गुर सीखे।बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनाकर पृथ्वीराज ने कहा कि आपात स्थिति में हर सेकंड मायने रखता है। बीएलएस और सीपीआर कौशल कई लोगों की जिंदगी बचा सकती है। आइएपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी. वी. बसवराज ने कहा, स्वास्थ्य पेशेवरों, सरकारी एजेंसियों और जनता के साथ काम करके, हम लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।