हाथरस

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 17 जून तक बढ़ाया गया, दृढ़ इच्छा शक्ति से छोड़ सकते हैं तम्बाकू

भारत में प्रतिदिन 2739 लोगों की मौत तम्बाकू के सेवन के कारण होती है, जिसे हम केवल जागरूकता के कारण ही कम कर सकते हैं या कहें कि रोक सकते हैं।

हाथरसMay 31, 2019 / 07:14 pm

धीरेंद्र यादव

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस

हाथरस। दुनिया भर में हर वर्ष 31 मई को नो टोबैको डे यानि “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” मनाया जाता है। तंबाकू निषेध दिवस के दिन तंबाकू या इसके उत्पादों के उपभोग पर रोक लगाने या इस्तेमाल को कम करने के लिए लोगों को जागररूक किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को तंबाकू से होने वाले स्वस्थ्य नुकसान के विषय में सचेत करना है।
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तंबाकू प्रयोग न करने का संकल्प लें
जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ ब्रजेश राठौर ने बताया कि तंबाकू निषेध का जिले में ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाएगा। इसके लिए बस स्टैंड रेलवे स्टेशन सार्वजनिक स्थान पर जहां लोग एकत्रित होते हैं ऐसी जगह पर बाल पेंटिंग होडिंग लगाएं जाएंगे। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सके स्कूल में भी जागरूकता कार्यक्रम चलाएं गए है। उन्होंने गोष्ठी में उपस्थित लोगों से कहा कि आप एक संकल्प लेकर जाएं कि भविष्य में कभी तंबाकू का प्रयोग नहीं करेंगे।
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विश्व तम्बाकू निषेध दिवस
तम्बाकू से हर अंग पर बुरा असर
गोष्ठी में डॉ विजेंद्र सिंह एसीएमओ डॉ. विजेंद्र सिंह ने बताया कि तंबाकू मानव के शरीर के हर एक अंग पर बुरा असर डालता है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति सिगरेट पीता है, उसके साथ रहने वाले लोग जो उस धुंए की चपेट में आते है वो भी धुंए के कारण बीमारियों का शिकार हो जाते है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी चतुर सिंह जिला स्वास्थ्य शिक्षा एव सूचना अधिकारी, बललीर सिंह डीपीएम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, स्वयंसेवी संगठन द्वारा प्रतिभाग किया गया।
 

10 लोगों से तंबाकू छुड़वाने का संकल्प लें
डॉ संतोष कुमार द्वारा विचार रखा गया कि कि आप खुद तो तंबाकू छोडे ही साथ ही 10 लोगों से तंबाकू छुड़वाने का संकल्प लें। डॉ विजेंद्र सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी / नोडल अधिकारी एन टी सी पी द्वारा बताया गया मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं, उसी के अनुरूप कार्य कराया जाएगा। हाथरस जिले में सरकारी कार्यालय‌, गैर सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक स्थलों एवं कॉलेजों को तंबाकू फ्री किया जाएगा। नेशनल तम्बाकू कंट्रोल प्रोग्राम कार्यक्रम के तहत 8 मई से 31 मई तक जनपद के विभिन्न स्कूलों एवं कॉलेजों में तंबाकू निषेध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। जागरूकता रैली वाद विवाद प्रतियोगिता निबंध प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित कराई गई। जुलाई से जैसे ही विद्यालय खुलेंगे स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम शुरू कराया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों पर वॉल पेंटिंग भी कराई जाएगी।
इच्छा शक्ति से छोड़ सकते हैं
डीसीपीएम धर्मेन्द्र कुमार ने बताया गया कि हम किस तरह तंबाकू उत्पादनों का प्रयोग छोड़ सकते हैं। अपने अनुभव से बताया कि पहले मैं भी गुटखा का प्रयोग करता था, लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति से मैंने छोड़ दिया। आगे बताया कि किसी को काउंसलिंग की जरूरत हो तो मैं उसके लिए तैयार हूं। बी.के. उर्मिला शान्ता बहन ब्रह्मकुमारी आश्रम द्वारा बताया गया कि हमारी संस्था जिले में बहुत दिनों से तंबाकू निषेध कार्य कर रही है। स्वास्थ्य विभाग चाहे तो हम उनके साथ मिलकर कार्य करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का प्रशिक्षण देने का सुझाव भी दिया।
सबसे पहले 7 अप्रैल 1987 को मनाया गया
गोष्ठी का संचालन करते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी शिक्षा एवं सूचना अधिकारी चतुर सिंह द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस के इतिहास के बारे में बताया कि सर्वप्रथम विश्व तंबाकू दिवस 7 अप्रैल 1987 को विश्व स्वास्थ्य संगठन की वर्षगांठ पर मनाया गया था। बाद में 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई। इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू मुक्त और स्वस्थ रखने का है। भारत में प्रतिदिन 2739 लोगों की मौत तम्बाकू के सेवन के कारण होती है, जिसे हम केवल जागरूकता के कारण ही कम कर सकते हैं या कहें कि रोक सकते हैं। भारत विश्व का दूसरा सबसे ज्यादा तम्बाकू प्रयोग करने वाला देश है। पूरे विश्व में तम्बाकू से जितनी मौतों होती हैं, उसमें से 1/6 भारत में होती हैं।
17 जून तक होंगे कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस कार्यक्रम 17 जून तक के लिए बढ़ाया गया, जिसमें लोगों को पम्पलेट, कोटपा जागरूकता पोस्टर, सामुदायिक जागरूकता पोस्टर एवं बैनर के द्वारा जागरूक किया जाएगा। डॉ. प्रभात द्वारा बताया गया कि समाज से इस बुराई को दूर करने का जागरूकता ही इस बीमारी का सबसे अच्छा हथियार है। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के डॉ. डीके अग्रवाल अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार, डॉ. पवन कुमार सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे।
तंबाकू से होने वाली बीमारियां
-कैंसर-फेफड़ों और मुंह का कैंसर होना।
-फेफड़ों का खराब होना।
-दिल की बीमारी।
-आंखों से कम दिखना।
-मुंह से दुर्गंध आना।

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