वकील डॉ. एपी सिंह ने दो जुलाई को हुई हाथरस घटना को लेकर एक लिखित शिकायत हाथरस के एसपी, एसआईटी हेड और हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस कमीशन को दी। उन्होंने घटना को सुनियोजित बताया और आरोप लगाया है कि ये यूपी सरकार को अस्थिर करने की साजिश है।
सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की
वकील ने शिकायत की कॉपी में हाथरस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को कुछ लोगों द्वारा पहचान लेने का जिक्र किया है। दोषियों की गाड़ियों को भी पहचाने की बात कही है। इसको लेकर उन्होंने एसपी हाथरस और एसआईटी हेड से कई दुकानों की सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने का मांग की है। वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि, हाथरस घटना में जो लोग घायल हुए हैं और जो भी लोग वहां मौजूद थे, उसमें से कुछ लोगों ने साजिशकर्ताओं और उनकी गाड़ी को पहचान लिया है। इसमें सफेद स्कॉर्पियो, काली स्कॉर्पियो और बोलेरो जैसी गाड़ियां है।
वकील ने एटा की तरफ जाने वाले रोड की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग, अलीगढ़ के तरफ के टोल और पास के पेट्रोल पंप की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग, इसके अलावा अलीगढ़-एटा रोड पर जो भी कैमरे लगे हैं, उसको निकाल कर सुरक्षित रखने की मांग की है। उन्होंने एसआईटी हेड और हाथरस एसपी से उसकी एक कॉपी खुद के लिए भी उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि वो हादसे के वक्त मौजूद लोगों से साजिशकर्ताओं की पहचान करा सकें।
इससे जो भी इस हादसे के वास्तव में दोषी हैं, उनकी पहचान कर गिरफ्तार किया जा सके और इस माध्यम से आगे की कड़ी भी जोड़ी जा सके कि उनको भेजने वाले कौन है। बता दें कि दो जुलाई को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं थीं।