हाथरस में क्या हुई लापरवाही
प्राथमिक तौर पर हादसे में प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। भोले बाबा के सत्संग में क्षमता से ज्यादा भक्त इकट्ठा हो गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सत्संग खत्म होने के बाद बाहर निकलने की जल्दबाजी में भगदड़ मची जो देखते ही देखते चीख पुकार में बदल गई। इसके बाद हालात ऐसे बिगड़े कि लोग एक दूसरे के नीचे दबना शुरू हो गए और इस भगदड़ में दर्जनों लोगों की जान चली गई। यह भी पढ़ें