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विभागों को निर्देश निर्देश है कि वन विभाग, नगर पालिका, नगर पंचायत, विद्युत विभाग द्वारा अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत संभावित तूफान से राहत बचाव कार्य हेतु टीमों का गठन करा दिया जाए। आवश्यकता पड़ने पर तत्काल राहत कार्य प्रारम्भ हो जाएंगे। सरकारी सम्पत्ति, भवनों के सुरक्षा व्यवस्था हेतु समुचित इंतजाम कार्यालयाध्यक्ष करेंगे। जिला चिकित्सालिय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था हेतु समुचित औषधि, उपकरणों तथा एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। प्राइवेट हॉस्पिटलों से समन्वय स्थापित कर आकस्मिकता की स्थिति में उनसे सहयोग लिया जाएगा।
विभागों को निर्देश निर्देश है कि वन विभाग, नगर पालिका, नगर पंचायत, विद्युत विभाग द्वारा अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत संभावित तूफान से राहत बचाव कार्य हेतु टीमों का गठन करा दिया जाए। आवश्यकता पड़ने पर तत्काल राहत कार्य प्रारम्भ हो जाएंगे। सरकारी सम्पत्ति, भवनों के सुरक्षा व्यवस्था हेतु समुचित इंतजाम कार्यालयाध्यक्ष करेंगे। जिला चिकित्सालिय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था हेतु समुचित औषधि, उपकरणों तथा एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। प्राइवेट हॉस्पिटलों से समन्वय स्थापित कर आकस्मिकता की स्थिति में उनसे सहयोग लिया जाएगा।
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क्या करें- क्या न करें तूफान के समय वाहन न चलायें। वाहन को किसी सुरक्षित जगह पर खडा करें किसी पेड़ विद्युत खम्भे, होर्डिग्स, स्वयं अथवा अपने पड़ोसी के कच्चे-जर्जर मकान, इमारत, दीवार से तत्काल दूर सुरक्षित खुले स्थान पर चले जाएं। यदि भवन की हालत अच्छी हो तो, घर के बाहर न निकलें
क्या करें- क्या न करें तूफान के समय वाहन न चलायें। वाहन को किसी सुरक्षित जगह पर खडा करें किसी पेड़ विद्युत खम्भे, होर्डिग्स, स्वयं अथवा अपने पड़ोसी के कच्चे-जर्जर मकान, इमारत, दीवार से तत्काल दूर सुरक्षित खुले स्थान पर चले जाएं। यदि भवन की हालत अच्छी हो तो, घर के बाहर न निकलें
सामान्य जरूरत की वस्तुयें घर पर रखें। प्रकाश तथा पानी की व्यवस्था करके रखें। बच्चों को बाहर न निकलने दें। विद्युत उपकरणों से दूर रहें। बच्चों को भी विद्युत उपकरणों से दूर रखें।
कोई अप्रिय घटना घटित होने पर उसी सूचना अबिलम्ब कन्ट्रोल नम्बर 100 पर दें। जब तक पुलिस व प्रशासनिक मदद न पहुंचें आसपास मौजूद लोगों को सहायता से बचाव व मदद का प्रयास करे।
टॉर्च, कुल्हाड़ी, सीटी जैसी आवश्यकता वस्तुएं राहत एवं बचाव के समय उपयोगी साबित हो सकती है। सड़क पर यातायात व्यवस्था बनी रहे, इसके लिये धैर्य धारण करें, हड़बड़ायें नहीं, अपनी लेन में चले। गलत लेन में वाहन न ले जायें। यातायात के नियमों का पालन करें।
तूफान में फंस जाने पर घरवालों को फोन द्वारा अपनी कुशलता की सूचना अवश्य दें, जिससे परिजन घबराएं नहीं। स्वयं सतर्क रहें और कोई हादसा होने पर आगे बढ़कर लोगों की मदद करें। पुलिस प्रशासन का भी सहयोग करे।